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रायसेन में 10 हजार स्कूली बच्चों ने मोबाइल नहीं चलाने की शपथ ली है। मोबाइल के दुष्प्रभावों को जानकर विद्यार्थियों ने यह फैसला किया है। इस फैसले के बाद से पूरे प्रदेश में उनके फैसले की चर्चा हो रही है।

आज के दौर में मोबाइल और सोशल मीडिया का असर दूधमुंहे बच्चे पर देखा जा रहा है। ऐसे समय में किसी भी व्यक्ति से मोबाइल दूर रहना बहुत बड़ी बात है। लेकिन इसी आदत के कारण हमारे दिनचर्चा भी बहुत खराब होती जा रही है। ऐसे समय में मध्यप्रदेश के रायसेन जिले से एक सकारात्मक खबर सामने आई है। 

दरअसल, रायसेन जिले के बेगमगंज में 10 हजार स्कूली विद्यार्थियों से एक दिन के लिए मोबाइल से दूरी बनाने का प्रण लिया है। विद्यार्थियों ने सप्ताह में एक दिन ई-उपवास दिन मनाने की शपथ ली है। एक दिन मोबाइल से दूरी बनाने को विद्यार्थियों ने ई-उपवास का नाम दिया है। बेगमगंज की सरकारी स्कूलों के 10 हजार बच्चों को मोबाइल यूज करने के फायदे और नुकसान की जानकारी दी गई। एसडीएम सौरभ मिश्रा ने छात्र-छात्राओं को मोबाइल के अच्छे और बुरे प्रभाव के बारे में बताया। उन्होंने ही छात्रों को एक दिन ई-उपवास रखने का सुझाव दिया। एसडीएम ने बच्चों से कहा कि आप सप्ताह में एक दिन मोबाइल से दूर रहकर ई-उपवास कीजिए। इसके साथ ही मोबाइल की बहुत जरूरत पड़ने पर ही उसका उपयोग करें। 

विद्यार्थियों को बताए फायदे और नुकसान 

एसडीएम सौरभ मिश्रा ने विद्यार्थियों से कहा कि वर्तमान समय में मोबाइल फोन हमारे जीवन का अहम हिस्सा बन गया है। आज हर व्यक्ति के पास मोबाइल फोन है। गरीब हो या अमीर। खासकर युवा पीढ़ी का रुझान स्मार्टफोन की तरफ ज्यादा ही है। इससे उनकी पढ़ाई बहुत प्रभावित हो रही है। वे रातभर जागकर मोबाइल चला रहे हैं। इससे उनके स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ रहा है। 

एसडीएम सौरभ मिश्रा ने बच्चो से कहा कि मोबाइल से निकलने वाली इलेक्ट्रोमेगनेटिक विकिरणों से डीएनए क्षतिग्रस्त हो सकता है। मोबाइल का अधिक उपयोग करने से आप मानसिक रुप से भी बीमार पड़ सकते हैं। इसके अलावा कैंसर, ब्रेन ट्यूमर, डायबिटिज, ह्रदय रोग जैसी बीमारिया दस्तक देती है। सोते समय मोबाइल को हमें हमारे शरीर से दूर रखना चाहिए। 
 

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