Nihang Sikh Commits murder at gurdwara phagwara: पंजाब से बड़ी खबर है। यहां फगवाड़ा में एक निहंग सिख ने मंगलवार सुबह बेअदबी करने के संदेह में गुरुद्वारे में एक युवक की हत्या कर दी। युवक की हत्या करने वाले निहंग सिख की पहचान रमनदीप सिंह के तौर पर हुई है। हत्या करने के बाद निहंग रमनदीप ने खुद को चौड़ा खूह गुरुद्वारे में बंद कर लिया था। जहां पुलिस मौके पर पहुंची है।
पुलिस मामले की जांच में जुटी है। इससे अधिक जानकारी अभी सामने नहीं आई है।
#Breaking:- In #Punjab's Phagwara Nihang had killed a guy in the local gurdwara on the suspicion that the deceased guy entered gurdwara to do scarilege. The incident took place last night & the police had reached the spot to identify the deceased. pic.twitter.com/pEYOJWx3XI
— Akashdeep Thind (@thind_akashdeep) January 16, 2024
क्या है बेअदबी का मतलब?
बेअदबी का संबंध पवित्र माने जानी वाली किसी चीज उल्लंघन या उसका अनादर कराना है। इसमें धार्मिक स्थलों, कलाकृतियों, या प्रतीकों का उल्लंघन, या किसी विशिष्ट धार्मिक समुदाय के लिए नफरतभरा आचरण शामिल है।
पहले भी हुई ऐसी घटनाएं
हाल के वर्षों में बेअदबी की कई घटनाएं हुई हैं। पिछले साल, एक व्यक्ति द्वारा कथित तौर पर मोरिंडा शहर के एक गुरुद्वारे में दो 'ग्रंथियों' (सिख पुजारियों) को मारने और 'गुरु ग्रंथ साहिब' को अपवित्र करने के बाद विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया था। पंजाब पुलिस ने जसवीर सिंह नाम के आरोपी को गिरफ्तार किया था।
सोशल मीडिया घटना का एक वीडियो भी सामने आया था। जिसमें जसवीर को ऐतिहासिक गुरुद्वारा कोतवाली साहिब कोतवाली के गर्भगृह में रेलिंग पार करके प्रवेश करते और फिर गुरबानी पढ़ रहे दो 'ग्रंथियों' को मारते हुए देखा गया। इसके बाद जसवीर ने पवित्र पुस्तक को जमीन पर फेंक दिया। बाद में मंदिर में मौजूद श्रद्धालुओं ने जसवीर को पकड़ लिया और उसकी पिटाई की। इसके बाद उसे पुलिस को सौंप दिया गया।
कौन होते हैं निहंग?
निहंग एक फारसी शब्द है। जिसका मतलब मगरमच्छ, कमल और तलवार होता है। कुछ लोगों का मानना है कि निहंग शब्द की उत्पत्ति संस्कृत के शब्द निशंक से है। जिसका मतलब निडर, अभय और निर्भय है।
निहंग की सेना को तैयार करने का श्रेय सिखों के दसवें गुरु गोविंद सिंह को जाता है। निहंग अपने धर्म की रक्षा के लिए सदैव तैयार रहते हैं। उन्हें मानवता को बचाने की ट्रेनिंग दी जाती है। वे आजीवन धर्म में लिखी बातों का पालन करते हैं।