Ajmer Sharif Dargah: धार्मिक स्थलों पर चल रहे विवाद के बीच अब अजमेर शरीफ दरगाह के मंदिर होने का दावा किया गया है। एक हिंदूवादी संगठन ने राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को पत्र लिखकर जांच कराए जाने की मांग की है। संगठन के सदस्यों ने पिछले दिनों इस मुद्दे को लेकर पूरे राजस्थान में जन जागरण यात्रा भी निकाली थी।

महारणा प्रताप सेना ने राजस्थान के CM भजनलाल शर्मा को लिखे पत्र में बताया कि अजमेर शरीफ दरगाह, दरगाह नहीं बल्कि पवित्र हिंदू मंदिर था। पत्र में जांच कराए जाने की मांग की गई है। दावा किया कि अयोध्या की बाबरी और वाराणसी की ज्ञानवापी की तरह यहां भी कई तथ्य मौजूद हैं, जो दरगाह के मंदिर होने का संकेत देते हैं। पत्र में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग से जांच कराए जाने की मांग की है। 
माहराण प्रताप सेना की ओर से राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा और पूर्व CM अशोक गहलोत को लिखा पत्र। 

दरअसल, महाराणा प्रताप सेना लंबे समय से अजमेर शरीफ दरगाह पर दावा कर रही है। संगठन के पदाधिकारियों ने पिछली सरकार से भी मामले की जांच कराए जाने की मांग की थी। 25 मई 2022 को संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजवर्धन सिंह परमार ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नाम पत्र लिखा था। पत्र में दावा किया था कि ख्वाजा गरीब नवाज दरगाह की दीवारों पर जो रोशन दान बने हैं, उनमें स्वास्तिक के चिह्न हैं। इसके अलावा भी हिंदू धर्म से जड़े कई तथ्य यहां पर माैजूद हैं। राजवर्धन के पत्र के बाद अजमरे शरीफ दरगाह की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई थी।