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Satta king: राजस्थान की अलवर पुलिस ने सोमवार (23 दिसंबर) को बड़ी कार्रवाई की है। क्रिकेट में ऑनलाइन सट्‌टा लगाने वाले शातिर बदमाश को उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार किया है। सटोरिया ने पुलिस के सामने कई चौंकाने वाले राज उगले हैं।

Satta king: राजस्थान पुलिस ऑनलाइन-ऑफलाइन जुआ-सट्टा खेलने वालों पर नजर गड़ाए हुए है। पुलिस मौका मिलते ही सटोरियों को दबोच रही है। अलवर पुलिस ने सोमवार (23 दिसंबर) को बड़ी कार्रवाई की है। क्रिकेट में ऑनलाइन सट्‌टा लगाने वाले शातिर बदमाश को उत्तर प्रदेश से गिरफ्तार किया है। पकड़े गए सटोरिया ने पूछताछ में पुलिस के सामने कई चौंकाने वाले राज उगले हैं।

सट्टा खेलने के लिए लोगों से ठगे 38 लाख 
सटोरिया ने पुलिस के सामने खुलासा किया कि वो क्रिकेट स‌ट्टा खेलने का आदि है। स‌ट्टा खेलने के लिए लोगों के साथ धोखाधड़ी करता था। कुछ दिन पहले अजमेर में पांच लोगों को झांसे में लेकर लाखों रुपए ठगे थे। RPSC (Rajasthan Public Service Commission) में अधिकारी को अपना परिचित बताकर पांचों को द्वितीय श्रेणी भर्ती परीक्षा-2018 की वेटिंग लिस्ट में वीआईपी कोटे से सिलेक्शन करवाने का विश्वास दिलाया। इसके बदले 38 लाख 87 हजार लेकर भाग गया था। ठगे गए रुपयों को भी ऑनलाइन क्रिकेट सट्टे में उड़ा दिए।

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जानें पूरा मामला 
मलूसर रोड निवासी नरेंद्र पाल 2021 में न्यू मॉडल सेकेंडरी स्कूल में नौकरी के लिए गया था। नरेंद्र की मुलाकात स्कूल के टीचर भानू प्रताप सिंह (36) से हुई थी। भानू प्रताप सिंह और नरेंद्र पाल के बीच पहचान बढ़ गई। भानू प्रताप ने एक दिन नरेंद्र से कहा कि उसकी आरपीएससी में एक अधिकारी से अच्छी जान-पहचान है। 2018 सेकंड ग्रेड टीचर भर्ती परीक्षा की वेटिंग लिस्ट बाकी है। अगर किसी ने बीएड कर रखी है तो उसका सिलेक्शन करवा देगा। इसके बदले एक अभ्यर्थी के 8 लाख रुपए देने होंगे। 

पांच लोगों से ठगे 38.87 लाख 
भानू प्रताप की बातों में आकर नरेंद्र पाल ने अपने दोस्त हरिवंश सिंह की पत्नी, हर्ष चौहान की बहन, रोशन और भेरुजी से बात की। सभी ने आरोपी को नवंबर 2021 से अगस्त 2023 तक ऑनलाइन, बैंक, कैश के जरिए 38 लाख 87 हजार रुपए दे दिए। अगस्त 2023 के बाद लिस्ट में नाम नहीं आने पर जब सभी ने भानू प्रताप से रुपए मांगे तो उसने कहा कि दो-तीन महीने में उसका पैसे लौटा देगा।

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पुलिस ने यूपी से आरोपी को किया गिरफ्तार
भानू प्रताप अपनी बहन का घर छोड़कर उत्तर प्रदेश के आगरा चला गया। काफी इंतजार के बाद भी जब भानुप्रताप सिंह नहीं लौटा तो नरेंद्र पाल सहित सभी ने क्लॉक टावर थाना पुलिस ने से ठगी की शिकायत की। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच-पड़ताल शुरू की। आरोपी की तलाश में पुलिस उत्तर प्रदेश गई। एटा जिले के जलेसर थाना सकरोली जाकर आरोपी भानू प्रताप सिंह को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी ने पुछताछ में बताया कि उसने ठगे गए रुपयों को भी ऑनलाइन क्रिकेट में सट्टा में उड़ा दिए। 

(Disclaimer: देश में सट्टेबाजी गैर-कानूनी है। यह आर्थिक जोखिमों के आधीन है। इसमें लत लगना स्वाभाविक है। हरिभूमि डिजिटल किसी भी प्रकार की सट्टेबाजी और हार-जीत के दावों को प्रमोट नहीं करता है)

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