Rajasthan News: राजस्थान में प्राइवेट बसों की हड़ताल है। जिसकी वजह से आज मंगलवार को करीब 40 लाख लोगों का आवागमन प्रभावित होगा। बस ऑपरेटर्स एसोसिएशन राजस्थान ने अपनी कई मांगो को लेकर चक्काजाम किया है। बस ऑपरेटर्स एसोसिएशन ने बताया कि परिवहन विभाग के समक्ष 24 सूत्रीय मांगों को रखा गया था, जिसमें अभी 11 मांगों को स्वीकार्य नहीं किया गया है।
बस ऑपरेटर्स एसोसिएशन के इस हड़ताल की वजह से करीब 30 हजार प्राइवेट बसे बंद हैं। जिसकी वजह से काफी लोगों को आवागमन में समस्या का सामना करना पड़ रहा है। बस ऑपरेटर्स के अनुसार यह हड़ताल रात 8 बजे तक रहेगा।
24 सूत्रीय मांगों को लेकर हड़ताल
इस मामले को लेकर बस ऑपरेटर्स एसोसिएशन के महासचिव रवि प्रकाश सैनी ने बताया कि इस पहले बस ऑपरेटर्स एसोसिएशन द्वारा परिवहन विभाग के सामने 24 सूत्रीय मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा गया था, जिसमें केवल 13 मांगें पूरी की गई थी। उसमें भी आदेश नहीं जारी किया। इसको लेकर बस ऑपरेटर्स एसोसिएशन में गुस्सा है। जिसको लेकर सरकार को कई बार अवगत भी कराया जा चुका है। जब कहीं सुनवाई नहीं हुई तो हड़ताल करने का निर्णय लिया गया है।
सैनी ने बताया कि अगर सरकार इसके बाद भी बस ऑपरेटर्स की समस्याओं पर ध्यान नहीं देती तो, अनिश्चितकालीन चक्का जाम करने का निर्णय लिया जाएगा। वहीं आज सभी बस ऑपरेटर्स अपने जिले में प्रदर्शन के बाद सभी जिला मुख्यालयों पर संबंधित अधिकारी को ज्ञापन सौपेंगे।
क्या हैं मांगें
- बस ऑपरेटर्स की मांग है कि लोक परिवहन बसों को ऑनलाइन की जगह ऑफलाइन परमिट सेवा शुरू की जाए।
- इसके साथ ही अस्थाई परमिट की समय सीमा 24 घंटे रखी जाए।
- परिवहन व्यवसाय को भी उद्योग का दर्जा मिले।
- वाहन के बदलने पर सिटिंग कैपेसिटी की शर्त को 5% से बढ़ाकर 20% करने की मांग रखी गई है।
- इसके साथ ही जिन रूट पर रोडवेज बसें नही चल रही, उन रूट पर निजी बसों को परमिट जारी करने की मांग है।