Bareilly court death sentence verdict : उत्तर प्रदेश के बरेली कोर्ट ने गुरुवार को दस साल पुराने डकैती और ट्रिपल मर्डर केस में 9 आरोपियों को दोषी करार दिया है। इनमें 2 महिलाओं समेत आठ को फांसी की सजा सुनाई कई। वहीं एक अन्य दोषी सर्राफा व्यापारी को उम्रकैद की सजा सुनाई गई। जिन लोगों को फांसी की सजा सुनाई गई है,उनमें से दो महिलाएं भी हैं।
इनकम टैक्स इंस्पेक्टर के घर हुई थी वारदात
बरेली कोर्ट के स्पेशल फास्ट ट्रैक कोर्ट के जज रवि कुमार दिवाकर ने 10 साल पहले यानी कि 20 अप्रैल 2014 के डकैती और ट्रिपल मर्डर केस में यह फैसला सुनाया। इस कांड ने पूरे उत्तर प्रदेश को दहला दिया था। इनकम टैक्स इंस्पेक्टर के घर में बदमाशों ने डकैती की वारदात को अंजाम देने के बाद तीन लोगों की हत्या भी कर दी थी। जिन लोगों का मर्डर किया गया था उनमें इनकम टैक्स इंस्पेक्टर की मां, भाभी और भाई शामिल थे।
छैमार गैंग ने दिया था वारदाता को अंजाम
इस मामले में पुलिस की ओर से सरकारी वकील दिगंबर पटेल ने पैरवी की। सरकारी वकील ने कोर्ट को बताया कि तिहरे हत्याकांड और लूट की इस वारदात को छैमार गैंग के सदस्यों ने बेहद सुनियोजित ढंग से अंजाम दिया था। पहले गैंग की दो महिलाओं ने भीख मांगने का बहाना बनाकर घर की रेकी की। इस गैंग के सदस्य वारदात वाली जगह के पास ही तंबू बनाकर रुकते थे। घटना को अंजाम देने के बाद दूसरी जगह चले जाया करते थे। वारदात में शामिल महिलाओं की पहचान इंस्पेक्टर के पड़ोसियों ने की है।
वारदात के वक्त ड्यूटी पर थे इंस्पेक्टर
इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के इंस्पेक्टर रविकान्त मिश्रा ने इससे जुड़ी शिकायत बारादरी थाने में दर्ज कराई थी। अपनी शिकायत में इंस्पेक्टर ने बताया था कि घर से तैनाती के लिए रवाना होने के महज दो दिन बाद ही यह घटना हुई थी। जब ड्यूटी पर पहुंचने के दो दिन बाद ही उन्होंने अपने घर फोन किया तो किसी से बात नहीं हो सकी। इसके बाद किसी अनहोनी की आशंका से जब घर पहुंचे तो देखा कि खिड़की की ग्रिल टूटी पड़ी है और दरवाजा अंदर से बंद है। जब दरवाजा अंदर तोड़कर प्रवेश किया तो घर के सामान लूट लिए गए थे और अंदर परिवार के सदस्यों की डेड बॉडी पड़ी थी।