वाराणसी। लोन में ली गई कार को सीज करने गए फाइनेंस कंपनी के कर्मचारी की गोली मारकर हत्या कर दी गई। रिकवरी टीम ने कार का तीन किमी तक पीछा किया। इसके बाद ओवरटेक करके एयरपोर्ट हाईवे के पास कार रोक ली। कार सवार हमलावर भड़क गए। हमलावर ने कर्मचारियों को गालियां दीं। सामने से कार हटाने के लिए धमकाया।
फाइनेंस कर्मचारी वीर बहादुर सिंह (45) ने लोन में ली गई कार की किस्त भरने की बात कही। इस पर कार सवारों ने मना कर दिया। वीर बहादुर ने कार की चाबी निकालने की कोशिश की तो हमलावर ने हथियार निकाल लिए और कार के अंदर से ही सीधे उनके सिर में गोली मार दी। हत्या के बाद कार में बैठा हमलावर बाहर आया। उसने पिस्टल लहराई और फिर फरार हो गया।
बाबतपुर फ्लाईओवर पर ओवरटेक करके कार को रोका
पलहीपट्टी में रहने वाले वीर बहादुर सिंह महिंद्रा फाइनेंस से अनुबंधित अखंड मोटर्स पिंडरा में रिकवरी एजेंट थे। उनकी टीम में दल्लीपुर के सूरज चौहान, रामसिंहपुर के हिमांशु प्रभाकर सिंह और घमहापुर के सूरज सिंह भी शामिल हैं। रविवार दोपहर एजेंसी पर बताया कि यूपी 70 एलटी 4083 नंबर की कार Swift Dzire की कई किस्त बकाया हैं। कार बाबतपुर चौराहे पर खड़ी है।
कई महीनों से नहीं जमी की किस्त
कार प्रयागराज के कसयावर बमैला में रहने वाले भरत कुमार सिंह के नाम से रजिस्टर्ड है। कई महीनों से कोई किस्त नहीं दी। बोलेरो से रिकवरी टीम निकली और कार रोकने के लिए पीछा किया। करीब 3 किलोमीटर तक वीर बहादुर और उनकी टीम ने पीछा किया। बाबतपुर फ्लाईओवर पर ओवरटेक करके कार को रोक लिया। इसी बीच हमलावर ने बहादुर को गोली मार दी।
भागते समय आरोपियों ने एक वैन को भी ठोका
वीर बहादुर को गोली मारने से पहले तक सभी आरोपी कार के अंदर ही बैठे रहे। शीशा खोलकर बातचीत होती रही। लेकिन हत्या के बाद कार का दरवाजा खोला। बाहर निकलकर फाइनेंस कंपनी के दूसरे कर्मचारियों की ओर पिस्टल तान दी। तीनों सीजर साथी अपनी कार में छिप गए तब हमलावर दोबारा अपनी कार में बैठ गए। भागने की जल्दबाजी में उन्होंने एक एटीएम कैश वैन को भी टक्कर मार दी। फिर हरहुआ के पास एक बाइक में टक्कर मारते हुए शहर की ओर भाग निकले। मृतक के भाई आरपी सिंह ने फूलपुर थाने में हत्या का केस दर्ज कराया है। पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है।