Uttar Pradesh News: सपा मुखिया अखिलेश यादव रविवार को मुख्तार अंसारी के घर पहुंचे। अखिलेश का हेलिकॉप्टर अंसारी के घर से थोड़ी दूर शहीद इंटर कॉलेज में उतरा। इसके बाद अखिलेश काफिले के साथ मुख्तार के घर पहुंचे। मुख्तार के भाई अफजाल और बेटे उमर अंसारी से 45 मिनट तक बातचीत के बाद अखिलेश बाहर निकले और फिर हेलीपैड पहुंचे।हेलीपैड पर अखिलेश ने मीडिया से बातचीत की। मुख्तार की मौत से जुड़े सवाल पर पूर्व सीएम ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के सिटिंग जज से मामले की जांच कराई जाए तो मौत की सच्चाई सामने आएगी। आपको न्यायिक जांच पर भरोसा है? मीडिया के इस सवाल पर अखिलेश ने कहा कि हमें इस सरकार पर ही भरोसा नहीं है।
#WATCH ग़ाज़ीपुर, उत्तर प्रदेश: समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा, "मैं इस दुख की घड़ी में (मुख्तार अंसारी के) परिवार के सभी सदस्यों से मिला...जो घटना हुई वो सबके लिए चौंकाने वाली थी...हमें उम्मीद है कि सरकार सच्चाई सामने लाएगी और परिवार को न्याय मिलेगा। जब से भाजपा की… https://t.co/pAyE7VNqlQ pic.twitter.com/QKmNyNnqW0
— ANI_HindiNews (@AHindinews) April 7, 2024
सरकार कस्टोडियल डेथ मामले में रिकॉर्ड बनाना चाहती है
सपा सुप्रीमो ने केंद्र और प्रदेश सरकार पर आरोप लगाए हुए कहा कि यह सरकार कस्टोडियल डेथ के मामले में रिकॉर्ड बनाना चाहती है। ऐसे कई लोगों की मौतें हो चुकी हैं, जिन्होंने जेल में रहते हुए हत्या की आशंका जताई थी। अखिलेश ने कहा कि हमने मुख्तार के परिजनों से मुलाकात की है। हमारी बातचीत हुई। इसे सार्वजनिक नहीं करना चाहते। आप मीडिया वाले लोग हैं और सब समझते हैं। अभी आप ही सही बात दिखा देंगे तो हो सकता है कि आप पर कार्रवाई हो जाए।
जनता उसी पर भरोसा करती है जो उनके दुख-दर्द को समझता है
मीडिया से बातचीत करते हुए पूर्व सीएम ने कहा कि इतने सालों तक जेल में रहने के बाद भी जनता उन्हें चुनती रही, इससे साफ है कि वे लोगों की मदद करने वाले इंसान थे। लोकतंत्र में जनता उसी पर भरोसा करती है, जो लोगों के दुख-दर्द को समझता है। यह आम लोगों के लिए काम करने वाला परिवार है।
लोगों के साथ हो रहा भेदभाव और अन्याय
अखिलेश ने कहा कि अपने भाषण में मैंने कहा था कि सबसे ज्यादा अन्याय और भेदभाव इस सरकार में लोगों के ऊपर हो रहा है। आपको याद होगा कि बलिया में मैं जब आया था, यहां एक व्यापारी परिवार से मिला था। उसकी शिकायत थी कि सूदखोर उस पर दबाव बना रहा था। उसने अपनी जान दे दी थी। उसके बाद एक और परिवार से मैं मिला था। चौकी के पास छात्रनेता को दौड़ा-दौड़ाकर मार दिया। जेल में घटना होना, थाने में घटना होना, मुख्यमंत्री आवास के सामने न्याय के लिए आत्मदाह कर लेना, लोगों की जानें गई हैं और इस सरकार को कोई परवाह नहीं है।