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Hathras Stampede: हाथरस में भगदड़ के मामले में यूपी पुलिस ने सत्संग के आयोजन में शामिल 6 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें 2 महिलाएं भी शामिल हैं। जबकि, एक लाख का इनामी मुख्य आरोपी देवप्रकाश मधुकर फरार है।

Hathras Stampede: उत्तर प्रदेश के हाथरस में सत्संग के दौरान मची भगदड़ के तीन दिन गुजर जाने के बाद भी बाबा का खासमखास सेवादार और एफआईआर में मुख्य आरोपी देवप्रकाश मधुकर का कोई सुराग नहीं मिला है। यूपी पुलिस सरगर्मी से सूरजपाल जाटव उर्फ भोले बाबा की तलाश में जुटी है। उधर, शुक्रवार को डीजीपी और मुख्य सचिव ने अपनी 15 पेज की रिपोर्ट मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को सौंप दी। इस बात पर भी गौर किया जा रहा कि बाबा की किन नेताओं से नजदीकियां रही हैं। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने प्रशासनिक लापरवाही का आरोप लगाया है। उन्होंने पीड़ितों को जल्द उचित मुआवजा दिए जाने की मांग की। 

बाबा के करीबी 6 आयोजक गिरफ्तार, इनमें 2 महिलाएं
इससे पहले गुरुवार को पुलिस ने सत्संग के आयोजन में शामिल रहे 6 लोगों को गिरफ्तार किया है। आईजी रेंज अलीगढ़ शलभ माथुर के मुताबिक, गिरफ्तार समिति सदस्यों में 2 महिलाएं शामिल हैं। इनके नाम राम लड़ैते यादव, उपेंद्र यादव, मेड सिंह, मंजू यादव, मुकेश कुमार, और मंजू देवी हैं। इनकी देख-रेख में भोले बाबा का पूरा सत्संग चल रहा था। बता दें कि हाथरस में मंगलवार को भोले बाबा के सत्संग में बाबा के चरणों की धूल लेने के लिए भीड़ बेकाबू हो गई थी और भगदड़ में 123 लोगों की जान चली गई।

जानिए कौन है 1 लाख का इनामी देव प्रकाश मधुकर?
पुलिस ने मुख्य आयोजक देव प्रकाश मधुकर पर 1 लाख का इनाम घोषित किया है। वह सूरजपाल का सबसे खास आदमी है। सत्संग में भगदड़ मचने के बाद मधुकर और भोले बाबा की फोन पर लंबी बातचीत हुई थी। देवप्रकाश मधुकर भगदड़ की घटना के बाद से अंडरग्राउंड है। सीसीटीवी फुटेज में वह अपनी कार से भागता नजर आया है। मधुकर मंगलवार से ही घर नहीं लौटा है। उसके सिकंदरा राऊ के दामादपुरा इलाके में स्थित घर पर ताला जड़ा हुआ है और परिवार के सदस्य भी गायब हैं। मधुकर की तलाश में पुलिस की छापेमारी जारी है।

कभी जूनियर इंजीनियर था बाबा का खास मधुकर
बताया जाता है कि देवप्रकाश मधुकर पंचायती राज विभाग में जूनियर इंजीनियर (जेई) के पद पर कार्यरत है। लेकिन वह सूरजपाल के सत्संग से प्रेरित हो गया और भोले बाबा का सबसे बड़ा भक्त बन गया। भोले बाबा ने उसे अपना मुख्य सेवादार बना लिया। वही बाबा के सत्संगों का मुख्य आयोजनकर्ता था। मधुकर के पड़ोसियों का कहना है कि देवप्रकाश को मुख्य आयोजनकर्ता बताकर एफआईआर दर्ज कर फंसाजा जा रहा है। जबकि भोले बाबा बेखौफ होकर घूम रहा है।

भोले बाबा के वकील एपी सिंह ने क्या कहा?
भोले बाबा उर्फ नारायण साकार हरि के वकील एपी सिंह बुधवार को घायलों से मिलने अलीगढ़ पहुंचे। उन्होंने कहा कि बाबा के पास कोई आश्रम नहीं है और वह पेंशन से अपना गुजारा करते हैं। पुलिस की टीम जब भी बाबा को जांच के लिए बुलाएगी, वह आएंगे। हादसे के 48 घंटे बाद भी पुलिस नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा तक नहीं पहुंच सकी है। पुलिस ने एटा, हाथरस और मैनपुरी से 30 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया है। साथ ही पुलिस ने मैनपुरी, ग्वालियर, कानपुर और हाथरस समेत 8 ठिकानों पर छापे मारे हैं। 

न्यायिक आयोग का गठन
योगी सरकार ने हादसे की जांच के लिए न्यायिक आयोग का गठन किया है। इसकी अध्यक्षता इलाहाबाद हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज जस्टिस बृजेश कुमार श्रीवास्तव करेंगे। रिटायर्ड IAS हेमंत राव और रिटायर्ड DG भवेश कुमार सिंह आयोग के सदस्य हैं। टीम 2 महीने में जांच पूरी कर रिपोर्ट सरकार को सौंपेगी। भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के सुझाव भी देगी।

हादसे के पीछे का कारण
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार सत्संग के बाद श्रद्धालु बाबा के काफिले के पीछे उनकी चरण रज लेने के लिए दौड़े। भीड़ को काबू में करने के लिए पानी की बौछारें डाली गईं। लोग भागने लगे, जिससे भगदड़ मच गई। इस भगदड़ में 19 लोगों की जान गई है। सांसद किशोरी लाल शर्मा ने इसे प्रशासन की असफलता बताया और कहा कि पर्याप्त इंतजाम नहीं किए गए थे।

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