Hathras Stampede: हाथरस भगदड़ मामले में एसआईटी के बाद अब न्यायिक जांच आयोग की टीम जांच करने के लिए शनिवार दोपहर पुलिस लाइन पहुंची। टीम ने पहुंचते ही पुलिस-प्रशासिनक व अन्य अधिकारियों के साथ बैठक की। उसके बाद आयोग की टीम फुलरई मुगलगढ़ी में घटना स्थल पर पहुंची। टीम ने सिकंदराराऊ ट्रामा सेंटर को भी देखा।
तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग का गठन
बता दें कि 2 जुलाई को हाथरस जनपद में सिकंदराराऊ के फुलरई-मुगलगढ़ी में साकार हरि बाबा के सत्संग के बाद हुए हादसे की जांच के लिए न्यायिक जांच आयोग की टीम 12 बजे के लगभग हाथरस की पुलिस लाइन पहुंची। न्यायिक जांच आयोग की टीम में इलाहाबाद हाईकोर्ट के रिटायर्ड न्यायाधीश बृजेश कुमार श्रीवास्तव, पूर्व आईएएस हेमंत राव और पूर्व आईपीएस भवेश कुमार सिंह हैं। इस आयोग का मुख्य उद्देश्य हादसे के पीछे किसी साजिश की संभावना की जांच करना है। इसके साथ ही, राज्य सरकार ने हादसे की विस्तृत जांच के लिए एक विशेष जांच टीम (SIT) भी बनाई है।
#WATCH | Hathras Stampede incident: Justice Brijesh Kumar Srivastava (Retd) says, "We saw the entire spot... All the members (of the committee) are present here. We will question all those who need to be questioned. Yes, we will submit our report within 2 months..." https://t.co/MWqH1jfIh8 pic.twitter.com/aPIJ0bCKbS
— ANI (@ANI) July 6, 2024
दो महीने में दे देंगे रिपोर्ट
रिटायर्ड न्यायाधीश बृजेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि पूरा स्पॉट देखा कि किधर से आए, किधर से गए। कितनी भीड़ रही होगी। अभी कोई निष्कर्ष नहीं निकाल पाएंगे। वह तो दो महीने में जो फाइंडिंग आएगी। जांच में जिस-जिस को बुलाने की जरूरत होगी, उसे बुलाया जाएगा। घटना स्थल पर 40 मिनट रहने के बाद टीम सिकंदराराऊ के ट्रामा सेंटर पहुंची जहां वह 10 मिनट रूकी। उसके बाद टीम हाथरस वापस लौट गई। शाम छह बजे से आठ बजे के मध्य अपर पुलिस महानिदेशक आगरा जोन, मंडलायुक्त अलीगढ़ , पुलिस महानिरीक्षक अलीगढ़ सहित अन्य अफसरों से मुलाकात व अभिलेखों का अवलोकन करेंगे। 7 जुलाई को सुबह 9 बजे से दोपहर एक बजे तक जन सामान्य से मुलाकात की जाएगी।
बाबा से भी होगी पूछताछ?
मीडिया ने जब आयोग की टीम के अध्यक्ष से बाबा के बारे पूछा कि क्या बाबा को भी पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा, इस पर वह बोले कि अभी हमें नहीं पता क्या साक्ष्य आएंगे, जिससे भी जरूर होगी उससे भी मदद लेंगे। छोटे से लेकर बड़े अधिकारी, जिससे भी जरूरत होगी उससे पूछताछ करेंगे।