Sambhal violence cause : उत्तर प्रदेश का संभल में दो दिन से तनाव का महौल है। स्कूल-कॉलेज और इंटरनेट सहित अन्य जरूरी सेवाएं बाधित हैं। रविवार को जामा मस्जिद में हुई हिंसा में अब तक 5 मौतें हो चुकी हैं। संभल सांसद और विधायक के बेटे सहित 2500 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। हिंसा की ठोस वजह सामने नहीं आई।
वजू का पानी निकालने पर अड़े SDM
- जामा मस्जिद के सदर एडवोकेट जफर अली ने हिंसा के लिए प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया है। बताया कि SDM सर्वे के दौरान मस्जिद से वजू का पानी निकालने पर अड़े थे। बाहर गलत संदेश गया और भीड़ जमा हो गई।
- एडवोकेट जफर अली के मुताबिक, एसडीएम की जिद से लोग आक्रोशित हो गए और मस्जिद के बाहर नारेबाजी करने लगे। भीड़ को मस्जिद के अंदर खुदई की गलतफहमी थी, जो बाद में हिंसा की वजह बनी।
- जफर अली ने बताया, मस्जिद का सर्वे 19 नवंबर को पूरा हो गया था. लेकिन रविवार सुबह सर्वे टीम फिर पहुंच गई। उन्हें देखकर आसपास के लोग एकत्रित होने लगे। मैंने अपील की तो 75 प्रतिशत लोग चले गए, लेकिन अफवाह सुन फिर पहुंच गए।
#WATCH उत्तर प्रदेश: संभल में पथराव की घटना पर संभल SP कृष्ण कुमार ने कहा, "...हमारे सब-इंस्पेक्टर दीपक राठी जो कल घायल हो गए थे, उन्होंने 800 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। जिया उर रहमान बर्क और सोहेल इकबाल को आरोपी बनाया गया है। उन्होंने कहा कि उन्होंने भीड़ को उकसाया।… pic.twitter.com/KHxJe3wNDj
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 25, 2024
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800 लोगों के खिलाफ FIR
- संभल SP कृष्ण कुमार ने बताया कि सब-इंस्पेक्टर दीपक राठी की शिकायत पर 800 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
- SP ने बताया कि संभल की घटना में 15 पुलिसकर्मी घायल हुए हैं। अब तक 25 आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं। अन्य आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर कार्रवाई की जाएगी।
- संभल SP ने बताया कि सांसद जिया उर रहमान बर्क और विधायक के बेटे सोहेल इकबाल भी आरोपी बनाए गए हैं। उन पर भीड़ को उकसाने का आरोप है। जिया उर रहमान बर्क को पहले भी भड़काऊ भाषण के लिए नोटिस दिया गया था।
- संभल एसपी ने बताया, लगभग 2500 लोगों के खिलाफ अभियोग पंजीकृत किया है। CCTV की मदद से पहचान कराई जा रही है। सभी को जेल भेजेंगे।
#WATCH दिल्ली: संभल में पथराव की घटना पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा, "हमारे सांसद जिया उर रहमान संभल में थे ही नहीं और इसके बावजूद उनके खिलाफ FIR दर्ज कर दी गई...यह सरकार द्वारा किया गया दंगा है...कोर्ट द्वारा आदेश पारित किए जाने के तुरंत बाद ही पुलिस और… pic.twitter.com/J6pUTCkQcb
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 25, 2024
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अखिलेश यादव ने उठाई निलंबन की मांग
- समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं। कहा, सांसद जिया उर रहमान संभल में थे ही नहीं। इसके बावजूद उन पर FIR कर ली।
- अखिलेश ने इसे सरकार का सुनियोजित दंगा बताया। कहा, कोर्ट के आदेश पर पुलिस-प्रशासन के अधिकारी तुरंत सर्वे करने जामा मस्जिद पहुंच गए। 23 नवंबर को बताया कि 24 तारीख को दोबारा सर्वे करेंगे। पुलिस प्रशासन को यह आदेश किसने दिया?
- लोगों ने सर्वे की वजह पूछी तो सर्किल ऑफिसर दुर्व्यवहार करने लगे। इससे लोग आक्रोशित हो गए और पथराव शुरू कर दिया। बदले में पुलिस गोली चलाने लगी। इसकी वीडियो रिकॉर्डिंग है। जिसमें 5 लोगों की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए।
- अखिलेश ने कहा, संभल का माहौल बिगाड़ने में पुलिस और प्रशासन के साथ याचिका दायर करने वाले लोग भी जिम्मेदार हैं। उनके खिलाफ हत्या का मुकदमा का केस दर्ज किया जाना चाहिए। ताकि, भविष्य में कोई संविधान के खिलाफ ऐसी गैरकानूनी घटना न कर सके।
संभल में अब तक पॉंच मौतें हो चुकी हैं, प्रशासनिक लापरवाही और षडयंत्र दोनों दिख रहा है, सरकार ने मृतक परिवारों के लिये संवेदना का एक शब्द नहीं बोला, उल्टे विपक्ष के नेताओं के ख़िलाफ़ FIR दर्ज कर दी गई।
— Imran Pratapgarhi (@ShayarImran) November 25, 2024
संसद में संभल और अडानी पर सवाल ना उठ सके इसलिये संसद स्थगित कर दी गई। pic.twitter.com/VisaUYt11Z
इमरान प्रतापगढ़ी बोले-यह प्रशासनिक षडयंत्र
कांग्रेस सांसद इमरान प्रतापगढ़ी ने संभल हिंसा में प्रशासनिक लापरवाही और षडयंत्र दोनों दिखता है। 5 लोगों की मौत हुई है। सरकार ने संवेदना का एक शब्द नहीं बोला, उल्टे विपक्षी नेताओं पर FIR दर्ज लोकतंत्र की आवाज दबाई जा रही है। संसद में मुद्दा नहीं उठाने दिया जा रहा।