Death By Eating Toffee: कानपुर में सोमवार (4 नवंबर) को दर्दनाक घटना हो गई। गले में टॉफी फंसने से 4 साल के बच्चे की मौत हो गई। परिवार बच्चे को लेकर अस्पताल की दौड़ लगाता रहा। लेकिन 3 घंटे तक तड़पने के बाद बच्चे ने दम तोड़ दिया। परिवार के लोगों ने टॉफी कंपनी मालिक के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। मामला कानपुर के बर्रा थाना क्षेत्र का का है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
मोहल्ले की दुकान से खरीदी थी टॉफी
बर्रा जरौली फेस-1 में निवासी 4 साल अन्वित ने रविवार शाम को मोहल्ले की एक दुकान से फ्रूटोला नाम की किंडरज्वॉय की तरह बाजार में बिकने वाली टॉफी खरीदी। खाते ही टॉफी बच्चे के गले में फंस गई और उसको सांस लेने में दिक्कत होने लगी। 3 घंटे तक बच्चा तड़पता रहा, लेकिन बच्चे को सही इलाज नहीं मिल सका और उसकी मौत हो गई।
बेहतर इलाज के लिए भटके परिजन
परिजनों ने बताया कि रविवार और दिवाली की छुट्टी होने के कारण डॉक्टरों की कमी थी। बच्चे को पास के एक प्राइवेट अस्पताल में ले जाया गया, लेकिन वहां भी उसे सही इलाज नहीं मिल सका। इसके बाद दूसरे अस्पताल में बच्चे को भर्ती करवाया गया, लेकिन तीन घंटे तक तड़पने के बाद उसकी मौत हो गई। इस हादसे ने परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया है।
बच्चे के पिता ने क्या कहा?
बच्चे के पिता राहुल कश्यप ने बताया कि उनके बेटे ने एक टॉफी खाई थी जो 'किंडर जॉय' जैसी दिखती थी। इसी टॉफी के कारण उसकी जान गई। उन्होंने आरोप लगाया कि इस टॉफी काे बनाने वाली कंपनी लापरवाही बरत रही है। बच्चे के पिता ने प्रशासन से इस मामले की गहन जांच करने और टॉफी निर्माता के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
परिजनों ने पोस्टमार्टम से किया इनकार
मामले की सूचना पर बर्रा पुलिस जांच करने पहुंची। पुलिस ने बच्चे का पोस्टमार्टम कराने की पेशकश की, लेकिन परिवार ने इससे इनकार कर दिया। परिवार का कहना है कि उनके बच्चे की मौत का कारण स्पष्ट है और पोस्टमार्टम की जरूरत नहीं है। इसके बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
परिवार पर टूटा दुखों का पहाड़
इस घटना से परिवार में कोहराम मच गया है। बच्चे के माता-पिता, दादी और दादा गहरे शोक में हैं। बच्चे की बहन और मां भी लगातार रोती रही। स्थानीय लोगों ने किसी तरह से परिवार को संभाला। पूरे इलाके में इस घटना को लेकर शोक का माहौल है।
टॉफी बेचने वाला दुकानदार फरार
बच्चे की मौत के बाद घटना से डरकर दुकान का मालिक दुकान बंद करके फरार हो गया। परिजनों ने खाद्य विभाग से टॉफी की गुणवत्ता की जांच करने और कंपनी के खिलाफ केस दर्ज करने की मांग की है। उन्होंने आशंका जताई है कि ऐसी टॉफियों से और बच्चों की जान को खतरा हो सकता है।