UP MLC Chunav: उत्तर प्रदेश में हो रहे विधान परिषद यानी MLC का चुनाव उसके लिए सोमवार नामांकन का आखिरी दिन है। आज भाजपा और सपा दोनों के प्रत्याशी नामांकन करेंगे। सोमवार को भाजपा और उसके सहयोगी गठबंधन के 10 प्रत्याशी भाजपा कार्यालय पहुंचे हैं। जहां से सभी MLC प्रत्याशी नामांकन के लिए विधानसभा के लिए रवाना हुए। नामांकन के दौरान सीएम योगी भी मौजूद रहे।
यूपी में MLC की 13 सीटें खाली हो रही हैं। जिसमें भाजपा ने अपने 7 प्रत्याशी उतारे हैं और 3 सीट पर सहयोगी दल के प्रत्याशी हैं। सभी MLC प्रत्याशी के भाजपा कार्यालय पहुंचने पर प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने सभी का स्वागत किया। सुभासपा ने नामांकन के आखिरी दिन विच्छेलाल राजभर को अपना प्रत्याशी बनाया है। तो वहीं एक सीट पर अपना दल के आशीष पटेल, दूसरी पर रालोद के योगेश चौधरी प्रत्याशी बनाए गए हैं।
#WATCH | Lucknow: 10 NDA MLC candidates file nominations for the Uttar Pradesh MLC polls in the presence of Uttar Pradesh Cheif Minister Yogi Adityanath, state Deputy CM Brijesh Pathak, Uttar Pradesh BJP President Bhupendra Singh Chaudhary, Uttar Pradesh Minister Om Prakash… pic.twitter.com/Dc0utyaosN
— ANI (@ANI) March 11, 2024
NDA गठबंधन से इन्होंने किया नामांकन
भाजपा की ओर से महेंद्र सिंह, मोहित बेनीवाल, संतोष सिंह, धर्मेंद्र सिंह, विजय पाठक, अशोक कटारिया, रामतीरथ सिंघल प्रत्याशी बनाए गए हैं। साथ ही सहयोगी दलों के 3 प्रत्याशी हैं। इनमें अपना दल के आशीष पटेल, सुभासपा के विच्छेलाल राजभर और रालोद के योगेश चौधरी का नाम शामिल है।
29 विधायकों का मत जरूरी
यूपी MLC चुनाव में एक प्रत्याशी को जीतने के लिए 29 विधायकों के मत की जरूरत होती है। BJP और उसके सहयोगियों को मिलाकर कुल 286 विधायक हैं। वहीं सपा के पास कुल 110 विधायक हैं। अगर 13 सीट पर 13 उम्मीदवार ही रहेंगे, तो चुनाव नहीं होगा। सभी निर्विरोध चुन लिए जाएंगे। चुनाव की तारीख 21 मार्च है। उसी दिन वोटों की गिनती भी की जाएगी।
5 मई को हो रहा कार्यकाल खत्म
यूपी विधान परिषद के 13 सदस्यों का कार्यकाल 5 मई 2024 को खत्म हो रहा है। इनमें BJP के विद्यासागर सोनकर, डॉ. सरोजनी अग्रवाल, यशवंत, विजय बहादुर पाठक, अशोक कटारिया, अशोक धवन, निर्मला पासवान, मोहसिन रजा, बुक्कल नवाब, महेंद्र कुमार सिंह और आशीष पटेल का नाम है। इसके अलावा सपा से नरेश उत्तम पटेल और बसपा से भीमराव आंबेडकर का कार्यकाल भी 5 मई को समाप्त हो रहा है।