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UP Encounter History: उत्तर प्रदेश में पिछले 22 साल में 1007 अपराधियों के एनकाउंटर हुए। औसतन हर साल 46 अपराधी पुलिस मुठभेड़ में मारे जा रहे हैं। मुलायम सिंह और मायावती सरकार में योगी राज से भी ज्यादा एनकाउंटर हुए हैं।

UP Encounter History: सुल्तानपुर डकैती में शामिल मंगेश यादव और अनुज सिंह के एनकाउंटर के बाद यूपी में सियासत तेज है। सत्ता पक्ष इसे बेहतर कानून व्यवस्था का परिचायक बता रहा है तो वहीं विपक्ष पुलिस की नाकामी करार दे रहा है। हालांकि, यूपी में एनकाउंटर का पुराना इतिहास है। 2002 से 2024 के बीच पुलिस एनकाउंटर में 1000 से ज्यादा अपराधी मारे गए हैं। सर्वाधिक मौतों का रिकॉर्ड मुलायम सरकार के नाम है। जबकि, सबसे कम मौतें अखिलेश सरकार में मारे गए।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, उत्तर प्रदेश में 2002 से 2024 के बीच 1007 अपराधी एनकाउंटर में मारे गए हैं। यानी हर साल औसतन 46 अपराधियों की पुलिस मुठभेड़ में मौत हुई। योगी सरकार में यह आंकड़ा 29 है। उनके 7 साल के कार्याकाल में 207 अपराधी मारे गए हैं। जबकि, 6700 से ज्यादा घायल हुए हैं। इस दौरान 17 पुलिसकर्मी शहीद हुए और 1500 जवान जख्मी हुए हैं।   

मुख्यमंत्री कार्यकाल एनकाउंटर से मौतें  पुलिस जवान शहीद
योगी आदित्यनाथ 2017 से 2024 207 17
अखिलेश यादव 2012 से 2017 40  8
मायावती 2007 से 2012 261
मुलायम सिंह 2002 से 2007 499 11

 

 

 

 

अखिलेश सरकार में 4359 एनकाउंटर
उत्तर प्रदेश पुलिस के आंकड़ों के मुताबिक, 2017 से 2022 के बीच सीएम योगी आदित्यनाथ के पहले कार्यकाल में 9185 एनकाउंटर हुए और इनमें 156 अपराधी मारे गए। जबकि, 2012 से 2017 के बीच अखिलेश यादव सरकार में 4359 एनकाउंटर हुए, जिसमें 40 अपराधी मारे गए। मायावती और मुलायम सरकार में यह आंकड़ा और ज्यादा है। 

योगी सरकार में 19908 अपराधी पकड़े
योगी आदित्यनाथ की पहली सरकार (2017 से 2022 के बीच) में पुलिस ने एनकाउंटर कर 19908 अपराधी पकड़े थें। इस दौरान 3664 अपराधी जख्मी हुए। जबकि, अखिलेश सरकार में एनकाउंटर के जरिए 11963 अपराधी गिरफ्तार हुए। इस दौरान 282 लोग घायल हुए। पुलिस ने इस प्रक्रिया को ‘ऑपरेशन गड़ा’ और फिर ‘हाफ एनकाउंटर’ नाम दिया। 

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20 साल में 40 पुलिसकर्मी शहीद
एनकाउंटर के दौरान योगी सरकार में 1242 पुलिसकर्मी जख्मी हुए हैं। तो वहीं अखिलेश यादव सरकार में घायल पुलिसकर्मियों का आंकड़ा 150 है। योगी सरकार में 13 पुलिसकर्मी एनकाउंटर में शहीद हुए हैं। जबकि, अखिलेश सरकार में 8 पुलिसकर्मी शहीद हुए। इसी प्रकार मायावती राज में 8 और मुलायम सिंह सरकार में 11 पुलिसकर्मी शहीद हुए थे। यानी 2002 से 2022 तक (20 साल) में 40 जवान शहीद हुए हैं। 

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मुलायम सरकार में सर्वाधिक एनकाउंटर 

  • योगी सरकार में बुलडोजर और एनकाउंटर की खूब चर्चा है, लेकिन मुलायम सिंह और मायावती की सरकार में योगी राज से ज्यादा एनकाउंट हुए हैं। 2003 से 2007 के बीच मुलायम सरकार में 499 अपराधियों की एनकाउंटर से मौत हुई। इस दौरान 11 पुलिसकर्मी शहीद हुए थे। 
  • इसी प्रकार 2008 से 2012 के बीच मायावती सरकार में 261 अपराधी पुलिस एनकाउंटर में मारे गए। इस दौरान आठ पुलिसकर्मी भी शहीद हुए थे। 
     
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