Ghaziabad Name Change: उत्तर प्रदेश में इलाहाबाद और फैजाबाद के बाद गाजियाबाद का भी नाम बदला जा सकता है। यूपी के कुछ हिंदू संगठन इसके लिए लगातार मांग उठा रहे हैं। बड़े स्तर पर अभियान भी चालाया जा रहा है। संगठनों की इस मांग को अब सत्तारूढ़ दल भाजपा नेताओं का भी समर्थन मिल रहा है। गाजियाबाद नगर निगम की बैठक में मंगलवार को पहली बार इस मुद्दे पर चर्चा हुई।
यह नाम सुझाए
गाजियाबाद नगर निगम की बैठक में मंगलवार को भाजपा पार्षद ने इस संबंध में प्रस्ताव प्रस्तुत किया। इस प्रस्ताव में उन्होंने गाजियाबाद में दो नाम ‘गजनगर’ और ‘हरनंदी नगर’सुझाए हैं। महापौर सुनीता दयाल ने भी कहा कि गाजियाबाद का नाम बदले जाने को लेकर पिछले कुछ समय लगातार अनुरोध पत्र मिल रहे हैं।
इनका भी हुआ नया नामाकरण
यूपी की योगी सरकार ने इससे पहले इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज और फैजाबाद का अयोध्या कर कर दिया है। रेलवे प्रशासन ने यूपी के मुगलसरा स्टेशन का नाम बदलकर पं दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन कर दिया है। दूधेश्वरनाथ मंदिर के पुजारी महंत नारायण गिरि ने गत वर्ष मुख्यमंत्री योगी को ज्ञापन देकर नाम बदले जाने का आग्रह किया था। इस पर सीएम ने इस पर गंभीरता से विचार करने का आश्वासन दिया था।
गाजियाबाद का इतिहास
हिण्डन नदी के तट पर बसे गाजियाबाद का इतिहास हस्तिनापुर से जुड़ा है। इसका नाम भी गज यानी हाथियों से संबंधित है। 1739 में नादिर शाह ने आक्रमण कर इस क्षेत्र को बाधित कर दिया था। लिहाजा, गाजी-उद-दीन ने 1740 में गाजीउद्दीननगर की स्थापना की थी, लेकिन ब्रिटिश शासन में अंग्रेजों का यह नाम बोलने में समस्या होती थी। इसलिए 1864 में इसका नाम गाजियाबाद कर दिया था।