Varanasi Businessman Murder: उत्तर प्रदेश के वाराणसी में दो दिन के अंदर दो व्यापारियों की मौत से हर कोई हैरान है। नई सड़क से लापता प्लास्टिक व्यापारी दावर बेग (55) की गुरुवार रात सड़क किनारे सिर कटी लाश मिली है। जबकि, दावर के दोस्त साजिद अली ने दो दिन बाद मस्जिद में खुद को गोली मार ली। पुलिस ने दोनों वारदातों का लिंक तालाशते हुए बिहार के एक युवक को उठाया है, जिसने चौंकाने वाले खुलासे किए हैं।
पुलिस को आशंका व्यापारी के परिजनों से तगड़ी रकम ऐंठने के लिए उनका अपहरण किया गया था। नाकाम होने पर उनकी हत्या कर दी गई। पुलिस हिरासत में लिए गए आरोपी से पूछताछ कर शुक्रवार को वारदात का खुलासा करेगी।
यह है मामला
काजीपुरा कलां, कालीमहल निवासी जावेद अहमद की तहरीर पर लक्सा थाने में अज्ञात के खिलाफ अपहरण का मुकदमा दर्ज किया गया था। जावेद ने पुलिस को बताया था कि उनके बड़े भाई दावर बेग 7 मई की शाम बाइक से पड़ाव जा रहे थे, देर रात तक वापस नहीं लौटे। कॉल करने पर मोबाइल भी रिसीव नहीं किया आौर रात 1 बजे उनके दोनों नंबर स्विच बताने लगे।
पुलिस ने खोजबीन शुरू की तो दावर बेग की बाइक 10 मई को मुगलसराय में लावारिस मिली। एसओजी प्रभारी मनीष मिश्रा ने बताया कि सीसीटीवी फुटेज और सर्विलांस की मदद से एक आरोपी को हिरासत में लिया गया है।
कपड़ों और आईडी से हुई शिनाख्त
पुलिस गिरफ्त में आए आरोपी ने दावर बेग की सिर कटी लाश बरामद कराई है। कपड़ों और जेब में मिली आईडी से शव की पहचान की गई। आरोपी ने बताया कि धारदार हथियार से हत्या कर शव व्यापारी का सिर गंगा नदी और धड़ नरायनपुर में फेंक दिया था। ताकि, उसकी पहचान न हो सके।
सीमेंट व्यापारी साजिद अली ने खुद को गोली मारी
- पुलिस जांच में घटना का एक पक्ष यह और सामने आया है। बताया गया कि इस वारदात का सूत्रधार खोजवा इलाके में शंकुलधारा पोखरे के समीप कंकड़हवा वीर बाबा मस्जिद में गोली मार कर हत्या करने वाला सीमेंट व्यापारी साजिद अली था। दोनों कारोबारी एक-दूसरे करीबी मित्र थे। 7 मई की शाम दोनों पड़ाव में एकसाथ नजर आए
- पुलिस साजिद अली से पूछताछ की तैयारी कर ही रही थी कि 9 मई की दोपहर उसने लाइसेंसी पिस्टल से कनपटी पर गोली मार कर जान दे दी। पुलिस का मानना है कि साजिद ने बिहार के आरोपी को हत्या की सुपारी दी थी।