NGO Involved in Funding Haldwani Violence: उत्तराखंड पुलिस ने हल्द्वानी हिंसा मामले में बड़ा खुलासा किया है। पुलिस ने एक ऐसे एनजीओ की पहचान की है, जिसने कथित तौर पर इस महीने की शुरुआत में हलद्वानी के बनभूलपुरा इलाकों में हिंसा के लिए धन इकट्ठा किया था। पुलिस ने सोशल मीडिया पर एक चेतावनी जारी की है। जिसमें कहा गया कि एनजीओ के लाभार्थियों को चेतावनी दी कि दान देने वालों की पहचान की जा रही है।
पुलिस ने बताया कि सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें बनभूलपुरा इलाके में एक युवक लोगों को पैसे बांट रहा है। इस संबंध में जांच चल रही है। हैदराबाद यूथ करेज एनजीओ के अकाउंट नंबर, रजिस्ट्रेशन नंबर, पैन नंबर से जुड़ी जानकारी भी दे दी गई है। आयकर विभाग और अन्य एजेंसियां आवश्यक कार्रवाई कर रही हैं।
पुलिस की अपील- एनजीओ का समर्थन न करें
पुलिस ने कहा कि वे उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे जो अवैध रूप से पैसे लेते हैं, दंगाइयों का समर्थन करते हैं और हिंसा के बारे में सोशल मीडिया पर भ्रामक तथ्य पोस्ट करते हैं। इसलिए, सभी से अनुरोध है कि वे ऐसे एनजीओ का किसी भी तरह से समर्थन न करें।
Uttarakhand: Nainital Police issues notice identifying the role of an NGO in funding the Banbhoolpura violence in Haldwani; urges people to not donate to the NGO. pic.twitter.com/TT3R8mvvNA
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) February 23, 2024
क्या है वीडियो में?
सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में एक युवक लोगों को पैसे बांटने नजर आ रहा है। उसके साथ एक अन्य शख्स भी था, जो नोटों से भरा बैग लिए था। सूचना पुलिस को मिली तो उसे हिरासत में लिया गया है। युवक को यह पैसे कहां से मिले, इसका वह हिसाब नहीं दे पाया है। जानकारी के अनुसार, वह हैदराबाद से हल्द्वानी में हिंसाग्रस्त क्षेत्र में लोगों से मिलने आया था। उसका दिल्ली एयरपोर्ट पर बना वीडियो भी वायरल है।
आज जुर्म करने वाला भी शर्मिंदा होगा।
— شبیر اعظم _نوری (@MDsabbirAazam) February 20, 2024
क्यूँ की #मुस्लिम नौजवानों की टोली हल्द्वानी पहुंच गई हैं मज़लूमो की मदद करने।
या अल्लाह आलम ए इस्लाम की हिफाज़त फरमा, आमीन #Haldwani #Muslims #हल्द्वानी #मुस्लिम pic.twitter.com/k1sEKrYI69
अब तक 74 हुए गिरफ्तार, मुख्य आरोपी फरार
आठ फरवरी को हल्द्वानी में एक अवैध मदरसे को प्रशासन द्वारा ध्वस्त किए जाने के बाद हिंसा भड़की थी। इस हिंसा में 4 लोगों की मौत हुई थी। जबकि 250 पुलिसकर्मी घायल हुए थे। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को कर्फ्यू लगाना पड़ा और साइट पर गोली मारने का आदेश जारी करना पड़ा। उपद्रवियों ने एक पुलिस स्टेशन को फूंक दिया था। पुलिस ने बुधवार को छह और लोगों को गिरफ्तार किया है। अब तक 74 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।
स्थानीय नगर निकाय ने हिंसा के मुख्य आरोपी अब्दुल मलिक के खिलाफ 2.44 करोड़ रूपए का वसूली नोटिस जारी किया है। मुख्य आरोपी और उसका बेटा अभी फरार हैं।