Bangladesh Violence: बांग्लादेश में नई अंतरिम सरकार के गठन की कवायद जारी है। लेकिन इस बीच, हिंसा थमती नहीं दिख रही है, अब प्रदर्शनकारियों की शक्ल में उत्पात मचा रहा कुछ चरमपंथियों ने टारगेट किलिंग शुरू कर दी है। भीड़ ने एक होटल में आग लगाकर कम से कम 24 लोगों को जिंदा जला दिया। इनमें एक इंडोनेशियाई नागरिक भी शामिल था। इस घटना के बाद अल्पसंख्यक हिंदुओं के घरों और मंदिरों को भी निशाना बनाया जा रहा है। अज्ञात हमलावरों ने मंगलवार को एक्टर शांतो खान को पीट-पीटकर मार डाला। पिछले दिनों भड़की हिंसा में उनके पिता की भी हत्या हुई थी।
पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया ने हिंसा पर जताई चिंता
नोबेल शांति पुरस्कार विजेता और अर्थशास्त्री मुहम्मद यूनुस को बांग्लादेश की अंतरिम सरकार का नेतृत्व करने के लिए चुना गया है। यह फैसला प्रधानमंत्री शेख हसीना के इस्तीफे और देश छोड़कर भागने के एक दिन बाद लिया गया। शेख हसीना के खिलाफ एक छात्र-नेतृत्व वाले आंदोलन के हिंसक दमन के बाद उन्होंने इस्तीफा दिया था। बीएनपी नेता और पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया ने जेल से रिहा होने के बाद बांग्लादेश में हिंसा, तोड़फोड़ और सरकारी संसाधनों की लूट पर चिंता जताई है।
होटल में मारे गए 24 लोगों में एक इंडोनेशियाई शामिल
ढाका ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, खालिदा जिया ने जोशोर जिले की होटल में एक इंडोनेशियाई समेत 24 लोगों को जिंदा जलाने की घटना पर यह प्रतिक्रिया दी। यह होटल शेख हसीना की पार्टी आवामी लीग के जिला महासचिव शाहिन चक्कलदार का है।
पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक, उग्र प्रदर्शनकारियों ने सोमवार देर रात जबीर इंटरनेशनल होटल को आग के हवाले कर दिया था। ज्यादातर मरने वाले होटल के बोर्डर हैं।
मुजीब का रोल निभाने वाले एक्टर की पिता समेत हत्या
बांग्लादेश में भीड़ ने मंगलवार को एक्टर शांतो खान की पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। पिछले दिनों भड़की हिंसा में उनके पिता सलीम खान की भी हत्या हुई थी। बताया जाता है कि शांतो ने एक फिल्म में पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना के पिता शेख मुजीब-उर-रहमान की भूमिका निभाई थी। यह फिल्म शांतो के पिता ने बनाई थी। इसे टारगेट किलिंग के तौर पर भी देखा जा रहा है।
शेख हसीना के हटते ही हिंदुओं पर हमले शुरू
इस बीच, बांग्लादेश में एक हिंदू संगठन ने दावा किया है कि शेख हसीना के हटने के बाद से सैकड़ों हिंदू घरों, प्रतिष्ठानों और मंदिरों पर हमले किए गए। बांग्लादेश की 170 मिलियन आबादी में करीब 8 फीसदी हिंदू हैं और उन्होंने ऐतिहासिक रूप से शेख हसीना की आवामी लीग पार्टी को सपोर्ट किया है, जो मुख्य रूप से धर्मनिरपेक्ष के रूप में जानी जाती है। इसके उलट विपक्षी गठबंधन में एक कट्टरपंथी इस्लामी पार्टी शामिल है। पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना बांग्लादेश छोड़कर भारत आ गई थीं, वे आज यूरोप रवाना हो सकती हैं।