Alabama Nitrogen Gas execution: अमेरिकी राज्य अलबामा में गुरुवार रात हत्या के दोषी केनेथ इयूजीन स्मिथ को नाइट्रोज गैस देकर मौत की सजा दी गई। दुनिया में यह पहली बार था, जब किसी दोषी को मौत की सजा फांसी, इंजेक्शन के बजाय नाइट्रोजन गैस से दी गई। मौत के वक्त केनेथ के आध्यात्मिक सलाहकार रेवरेंड जेफ हुड सहित कई लोग मौजूद थे। जेफ हुड ने इस प्रक्रिया को एक हॉरर शो करार दिया। उन्होंने कहा कि फांसी के दौरान केनेथ की हालत उस मछली जैसी थी, जिसे पानी से बाहर कर दिया गया हो। वह मछली की तरह पानी के लिए फड़फड़ा रहा था। जितने भी गवाह जेल में मौजूद थे, उनकी मनोदशा पर गहरा असर पड़ा है।
होल्मन जेल में 22 मिनट चली फांसी
जेफ हुड ने कहा कि फांसी की पूरी प्रक्रिया करीब 22 मिनट चली। उन्होंने बताया कि जेल कर्मचारी भी अपने सदमे में छुपा नहीं सके। स्मिथ को एक मास्क पहनाया गया था। इसके बाद मास्क में नाइट्रोजन गैस प्रवाहित की गई। इससे उसका गला रूंधा जा रहा था। मछली की तरह तड़पते हुए एक-एक सांस के लिए संघर्ष कर रहा था। उस समय सारे गवाह कांप रहे थे। उनके हांफने की आवाज सुनाई दे रही थी।
केनेथ यूजीन स्मिथ संयुक्त राज्य अमेरिका का पहला व्यक्ति है, जिसे नाइट्रोजन गैस का उपयोग करके फांसी दी गई। अलबामा की होल्मन जेल में हुई यह फांसी पारंपरिक जहरीला इंजेक्शन देने से हटकर थी। इसकी मानवाधिकार कार्यकर्ताओं और संयुक्त राष्ट्र ने निंदा की है।
पादरी की पत्नी के लिए ठहराया गया था दोषी
58 वर्षीय केनेथ स्मिथ को 1988 में हुई एक पादरी की पत्नी की हत्या के लिए दोषी ठहराया गया था। पादरी ने अपनी पत्नी एलिजाबेथ की हत्या के लिए केनेथ और उसके एक साथी को हायर किया था। हत्या का सौदा एक हजार डॉलर में हुआ था। दोनों ने पहले एलिजाबेथ पर चाकू से हमला किया। इसके बाद उनकी पीट-पीटकर हत्या कर दी। हत्या के एक हफ्ते बाद एलिजाबेथ के पादरी पति ने खुदकुशी कर ली थी।
क्या है नाइट्रोजन हाइपोक्सिया?
नाइट्रोजन हाइपोक्सिया एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसमें मास्क के माध्यम से ऑक्सीजन के बजाय नाइट्रोजन को सूंघने के लिए मजबूर किया जाता है। फांसी से पहले जेल अधिकारियों ने आश्वासन दिया था कि नाइट्रोजन हाइपोक्सिया से तात्कालिक, त्वरित, आसान और दर्द रहित मौत होगी जेफ हुड ने कहा कि हकीकत कुछ और ही सामने आई। उन्होंने कहा कि हमने जो देखा वह एक डरावने शो के पल थे। फांसी के दौरान स्मिथ की हरकत काफी बिगड़ चुकी थी। वह पानी से बाहर निकली मछली की तरह फड़फड़ाने लगा था।