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Bangladesh Hindu Journalist Attacked: ढाका में पत्रकार मुन्नी साहा पर भीड़ ने हमला कर दिया। भीड़ ने मुन्नी साहा पर बांग्लादेश को भारत का हिस्सा बनाने की कोशिश करने का आरोप लगाया। पुलिस ने बचाया। जानें पूरा मामला।

Bangladesh Hindu Journalist Attacked:बांग्लादेश में हिंदू संतों के बाद अब हिंदू पत्रकारों को भी निशाना बनाया जा रहा है। बांग्लादेश की वरिष्ठ पत्रकार मुन्नी साहा पर रविवार को ढाका में भीड़ ने हमला कर दिया। उन पर आरोप लगाए गए कि वह बांग्लादेश को भारत से मिली हुई है और बांग्लादेश को भारत का हिस्सा बनाने की कोशिश कर रही हैं। घटना ढाका के कावारन बाजार इलाके की है, जहां साहा को लोगों की एक भीड़ ने घेर लिया। उन्होंने खुद को बचाने की कोशिश करते हुए कहा,'यह मेरा भी देश है।' हालात बिगड़ने पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर उन्हें बचाया।  

मुन्नी साहा पर पहले से दर्ज है केस
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मुन्नी साहा पर एक छात्र की मौत से जुड़े मामले में पहले से केस दर्ज है। यह मामला बांग्लादेश में आरक्षण विरोधी प्रदर्शन से जुड़ा है, जिसने पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना की सरकार को गिरा दिया था। ढाका मेट्रोपॉलिटन पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी रेजाउल करीम मल्लिक ने कहा कि साहा को स्वास्थ्य कारणों और महिला पत्रकार होने के आधार पर रिहा कर दिया गया।  

घटना का वीडियो हुआ वायरल  
घटना का एक वीडियो वायरल हो गया है, जिसमें साहा को भीड़ घेरते और गंभीर आरोप लगाते हुए देखा जा सकता है। भीड़ का कहना था कि साहा 2009 के बांग्लादेश राइफल्स विद्रोह पर गलत जानकारी फैला रही हैं, जिसमें 57 लोगों की मौत हुई थी। साहा ने आरोपों से इनकार करते हुए कहा, 'मैंने अपने देश को नुकसान नहीं पहुंचाया। यह मेरा भी देश है।'

हिंदू संत चिन्मय दास को किया गया हे गिरफ्तार
घटना ऐसे समय में हुई है जब बांग्लादेश में  हिंदुओं पर हमले बढ़ रहे हैं। हाल ही में एक हिंदू संत चिन्मय कृष्ण दास ब्रह्मचारी को गिरफ्तार किया गया है। इसके साथ ही साथ इस्कॉन के दो और संतों पर भी एक्शन लिया गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के लिए प्रदर्शन के बाद इन संतों पर देशद्रोह का मामला दर्ज किया गया है।

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अंतरिम सरकार में हिंदुओं पर बढ़े हमले
शेख हसीना की सरकार के गिरने के बाद नोबेल पुरस्कार विजेता मोहम्मद युनूस के नेतृत्व में अंतरिम सरकार ने बांग्लादेश की कमान संभाली है। इस दौरान अल्पसंख्यकों पर हमले की घटनाएं तेजी से बढ़ी हैं। इस्कॉन केंद्रों पर हमले और हिंदू समुदाय के नेताओं की गिरफ्तारी ने भारत में भी चिंता पैदा कर दी है।  

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भारत ने की कार्रवाई की मांग  
भारत ने बांग्लादेश में बढ़ते कट्टरपंथ और अल्पसंख्यकों पर हमलों को लेकर चिंता जताई है। भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रंधीर जायसवाल ने बांग्लादेश सरकार से अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने और हिंसा रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की अपील की।  

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