Bangladesh Protests: भारत-बांग्लादेश के बीच एक बार फिर बुधवार से व्यापार शुरू कर दिया गया। पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश में सरकारी नौकरी में आरक्षण के विरोध में हुई हिंसा को लेकर दो दिन के लिए दोनों देशों के बीच व्यापार बंद कर दिया गया था। अधिकारियों ने बताया कि बांग्लादेश कस्टम ड्यूटी विभाग ने काम फिर से शुरू कर दिया। वहां इंटरनेट सेवा की बहाली होने के बाद पेट्रापोल, गोजाडांगा, फुलबारी और महादीपुर समेत सभी बंदरगाहों से व्यापार शुरू कर दिया गया।
#WATCH | Jalpaiguri, West Bengal: Trade from ICP Fulbari Indo-Bangladesh International border started earlier today after being closed due to the unrest situation in Bangladesh. pic.twitter.com/3C1x6fbxMm
— ANI (@ANI) July 24, 2024
आरक्षण के विरोध में हुई हिंसा
पिछले दिनों बांग्लादेश में पुलिस और छात्र प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक झड़पें हुईं। जो विवादास्पद आरक्षण प्रणाली को समाप्त करने की मांग कर रहे थे, जिसमें 1971 में बांग्लादेश के स्वतंत्रता संग्राम में लड़ने वाले सैनिकों के रिश्तेदारों के लिए सरकारी नौकरियों में 30% आरक्षण था। इसे लेकर बांग्लादेश कस्टम ड्यूटी विभाग के अधिकारी अवकाश पर चले गए थे।
220 ट्रक पेट्रापोल से बांग्लादेश पहुंचे
लैंड पोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (पेट्रापोल) के प्रबंधक कमलेश सैनी ने बताया कि पेट्रापोल सीमा से बुधवार (24 जुलाई) से व्यापार शुरू कर दिया गया। बेनापोल की ओर से कार्गो आवाजाही शुरू कर दी गई। पहले खराब होने वाले माल से लदे ट्रकों को प्राथमिकता दी गई। बेनापोल स्टाफ एसोसिएशन के महासचिव सजेदुर रहमान ने बताया कि 220 ट्रक पेट्रापोल से बांग्लादेश में दाखिल हुए। इनमें से 27 ट्रक बांग्लादेश पहुंचे।
पेट्रापोल दक्षिण एशिया का सबसे बड़ा बंदरगाह
अधिकारियों ने कहा कि पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के बोनगांव स्थित पेट्रापोल दक्षिण एशिया का सबसे बड़ा बंदरगाह है। यहां से भारत और बांग्लादेश के बीच व्यापार होता है। औसतन 400-450 ट्रक सामान लेकर भारत से पेट्रापोल भूमि बंदरगाह को पार करते हैं, जबकि 150-200 ट्रक हर दिन बांग्लादेश से भारत आते हैं। सोमवार तक पेट्रापोल पर 800 ट्रक फंसे हुए थे।