Adani Power Deal Investigation Bangladesh: बांग्लादेश में शेख हसीना सरकार के दौरान अडाणी ग्रुप के साथ हुई बिजली डील अब जांच के दायरे में आ गई है। अमेरिका में रिश्वतखोरी के आरोपों के बाद अंतरिम सरकार ने इस डील की समीक्षा के लिए जांच एजेंसी बनाने की सिफारिश की है। यह डील 2016 में शेख हसीना सरकार के समय हुई थी। उस समय झारखंड के गोड्डा से बांग्लादेश को बिजली सप्लाई का समझौता हुआ था।
6 बड़े पावर प्राेजेक्ट्स पर होगा असर
बांग्लादेश की एक समीक्षा समिति ने अडाणी ग्रुप से हुए पावर एग्रीमेंट की वैधता और इसमें अनियमितता होने की आशंका जाहिर की है। साथ ही इसकी जांच के लिए एजेंसी गठित करने की सिफारिश की है। इसके अलावा, देश के 6 बड़े ऊर्जा प्रोजेक्ट्स को भी जांच के दायरे में लाया गया है। इनमें से एक चीनी कंपनी का 1320 मेगावाट का कोयला आधारित प्लांट भी शामिल है। समिति ने कहा कि समझौतों में कई खामियां हैं। ऐसे में इन्हें अंतरराष्ट्रीय कानूनों के मुताबिक दोबारा विचार के लिए पेश किया जाना चाहिए।
करार पर दोबारा विचार करने या रद्द करने की मांग
बांग्लादेश में पावर, एनर्जी और खनिज संसाधन मंत्रालय की समीक्षा समिति ने 2009-2024 के बीच हुए बिजली उत्पादन समझौतों की जांच के लिए एजेंसी गठित करने का सुझाव दिया है। इसमें अडाणी ग्रुप के झारखंड स्थित गोड्डा पावर प्लांट का नाम भी शामिल है। यह प्लांट 1234.4 मेगावाट कोयला आधारित बिजली उत्पादन करता है। इस प्लांट से और बांग्लादेश को बिजली सप्लाई की जाती है। समिति ने अडाणी ग्रुप से हुए करार पर दोबारा विचार करने या इन्हें रद्द करने की मांग की है।
अडानी ग्रुप की भूमिका पर उठे सवाल
2016 में शेख हसीना सरकार ने अडाणी ग्रुप के साथ समझौता किया था। अडाणी ग्रुप ने 2023 में बांग्लादेश को बिजली की आपूर्ति शुरू की। यह डील 25 साल के लिए तय की गई थी। हालांकि, पिछले महीने अडाणी ग्रुप ने बांग्लादेश सरकार को 800 मिलियन डॉलर के बकाया बिल के बारे में चिट्ठी लिखी थी, जिसके जवाब में सरकार ने डॉलर संकट के कारण यह रकम अब भी बाकी है।
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केन्या ने अडाणी ग्रुप के साथ सभी समझौते रद्द किए
अमेरिका में अडाणी ग्रुप पर रिश्वतखोरी और धोखाधड़ी के आरोपों ने मुश्किलें बढ़ा दी हैं। केन्या सरकार ने अडाणी के साथ हुए सभी समझौते रद्द कर दिए हैं। इसमें बिजली ट्रांसमिशन और एयरपोर्ट विस्तार के प्रोजेक्ट शामिल थे। अमेरिकी सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन (SEC) ने मामले में समन भेजने की बात कही है।
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गोड्डा प्लांट कोविड के समय किया गया था शुरू
अडाणी ग्रुप का गोड्डा प्लांट भारत और बांग्लादेश के बीच सहयोग का प्रतीक था। गौतम अडाणी ने इसे कोविड जैसी चुनौतीपूर्ण स्थितियों में साढ़े तीन साल में शुरू किया। यह प्लांट बांग्लादेश पावर डेवलपमेंट बोर्ड को बिजली आपूर्ति करता है। गौतम अडानी ने इस प्लांट के उद्घाटन पर शेख हसीना की तारीफ की थी। हालांकि, अब यह डील विवादों में घिर गई है।