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Middle East Tensions: गाजा युद्ध पिछले साल 7 अक्टूबर को हमास द्वारा इजरायली शहरों पर अटैक के बाद शुरू हुआ। इसके बाद से इजरायल और हिजबुल्लाह लेबनानी बॉर्डर पर लड़ाई लड़ रहे हैं।

Middle East Tensions: मध्य-पूर्व में इजरायल और हिजबुल्लाह के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है। आज 7 अक्टूबर को हमास के हमले की पहली बरसी (Gaza War Anniversary) है। इससे एक दिन पूर्व इजरायल ने रविवार को लेबनान की राजधानी बेरूत के दक्षिणी उपनगरीय इलाकों में हिजबुल्लाह के ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की, जिसमें आतंकी ठिकानों और हथियार भंडारों को निशाना बनाया गया। इजरायली सेना ने बताया कि उन्होंने बेरूत में हिजबुल्लाह की खुफिया मुख्यालय पर भी हमला किया।

हिजबुल्लाह ने इजरायली सैन्य अड्डे पर दागीं मिसाइलें
उधर, हिजबुल्लाह ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए हाइफा के पास एक सैन्य अड्डे पर "फादी 1" मिसाइलों से अटैक किया, जिससे इजरायल के उत्तरी हिस्से में 10 लोग घायल हो गए। गाजा पट्टी में, रविवार को इजरायल के हवाई हमलों (Airstrikes) में एक मस्जिद और विस्थापितों के लिए बनाए गए स्कूल को निशाना बनाया गया, जिसमें कम से कम 26 लोग मारे गए। इजरायल ने कहा कि उनके हमले "हमास के आतंकवादियों" पर सटीक वार थे।

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जंग खत्म होने तक लड़ेगा इजरायल और जीतेगा: नेतन्याहू 

  • इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने रविवार को अपने सैनिकों से कहा कि इजरायल "जीतेगा" और पिछले एक साल में इजयइली सेना ने "पूरी स्थिति को बदल दिया है"। नेतन्याहू ने संकेत दिया कि वे ईरान पर भी हमला कर सकते हैं, जिसने हिजबुल्लाह और हमास के नेताओं की हत्या के जवाब में पिछले दिनों इजराइल पर 180 से ज्यादा मिसाइलें दागी हैं।
  • दूसरी ओर, ईरान की एंट्री से मध्य-पूर्व में तनाव बढ़ गया है। इजरायल भी आने वाले दिनों में बड़े संघर्षों के लिए तैयार हो रहा है, खासकर 7 अक्टूबर के हमास हमले की सालगिरह के मद्देनजर। हिजबुल्लाह या ईरान से संभावित बदले को देखते हुए सेना को अलर्ट पर रखा गया है।

7 अक्टूबर को हमास ने इजरायल पर किया था अटैक
गाजा युद्ध पिछले साल 7 अक्टूबर को हमास द्वारा इजरायली शहरों पर हमले के बाद शुरू हुआ था, जिसमें 1200 से अधिक लोग मारे गए थे और 250 से अधिक को बंधक बना लिया गया था। इसके जवाब में इजरायल ने कई हमले किए, जिनमें अब तक 41 हजार से अधिक लोग मारे गए हैं, जिनमें से ज्यादातर नागरिक हैं। लेबनान में भी करीब 2,000 लोगों की मौत हो चुकी है।

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