Ground Operation Israel: इजरायली सेना ने हिजबुल्लाह के खिलाफ एक और बड़ी कार्रवाई की है। हिजबुल्लाह के ठिकानों पर हवाई हमलों के बाद अब इजरायली सेना ने दक्षिणी लेबनान में जमीन पर हमला बोल दिया है। इजरायली सेना के अनुसार, यह हमला सीमित लेकिन सटीक है, जिसमें हिजबुल्लाह के आतंकवादी ठिकानों और सुरंगों को निशाना बनाया जा रहा है। इस ऑपरेशन की खासियत यह है कि यह पूरी तरह से खुफिया जानकारी पर आधारित है, जिससे इजरायल का मकसद हिजबुल्लाह को कमजोर करना और अपनी सीमाओं की सुरक्षा को और मजबूत करना है।
हिजबुल्लाह ठिकानों पर बोला हमला
इजरायली सेना ने लेबनान में हिजबुल्लाह के खिलाफ सटीक जमीनी हमले शुरू कर दिए हैं। इजरायली सेना ने बताया कि ये हमले सीमित हैं और केवल हिजबुल्लाह के आतंकवादी ठिकानों पर किए जा रहे हैं। हिजबुल्लाह के दक्षिणी लेबनान में छिपे ठिकानों और सुरंगों को निशाना बनाकर यह ऑपरेशन चलाया जा रहा है। इजरायली सेना ने बताया कि यह हमला पूरी तरह से खुफिया जानकारी पर आधारित है और इसका उद्देश्य आतंकवाद के खतरों को खत्म करना है। इजरायल ने यह सुनिश्चित किया है कि इस ऑपरेशन से उसके नागरिकों की सुरक्षा और बढ़ाई जा सके।
Israeli army tanks have entered Lebanon - Al Arabiya and Al Hadath
— Boris Alexander Beissner (@boris_beissner) September 30, 2024
The Israeli Defence Forces are reportedly conducting a ground operation in #Lebanon - for the first time since 2006, when the second Lebanon war began.#Israel pic.twitter.com/Eb1yAhZASa
हिजबुल्लाह के सुरंगों की तलाश जारी
इजरायली सेना ने दक्षिणी लेबनान में हिजबुल्लाह की सुरंगों की खोज भी शुरू कर दी है। ये सुरंगें इजरायल-लेबनान सीमा के पास स्थित हैं और हिजबुल्लाह के आतंकवादियों के लिए सुरक्षित मार्ग का काम करती हैं। सेना ने कहा कि इस ऑपरेशन के जरिए सुरंगों को नष्ट करने का प्रयास किया जा रहा है। सेना का कहना है कि सुरंगों के नष्ट होने से हिजबुल्लाह की आतंकवादी गतिविधियों पर लगाम लगाई जा सकेगी। इजरायली रक्षा बलों के अनुसार, यह ऑपरेशन फिलहाल सीमित दायरे में है, लेकिन यह हिजबुल्लाह के खिलाफ एक बड़ा संदेश है।
अमेरिका ने इन हमले को लेकर क्या कहा
इजरायली सेना के इस जमीनी ऑपरेशन पर अमेरिका की भी प्रतिक्रिया आई है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय ने कहा कि इजरायल ने उन्हें इस ऑपरेशन की जानकारी दी है। अमेरिका ने कहा कि यह ऑपरेशन हिजबुल्लाह के आतंकवादी ठिकानों को निशाना बनाकर किया जा रहा है। अमेरिका ने इस ऑपरेशन का समर्थन करते हुए कहा कि इजरायल को अपनी सुरक्षा के लिए ऐसे कदम उठाने का पूरा हक है। इसके साथ ही अमेरिका ने हिजबुल्लाह को एक बार फिर आतंकवादी संगठन करार दिया है, जो मध्य-पूर्व में अशांति फैलाने का प्रयास कर रहा है।
2006 के बाद फिर से सीमा में दाखिल हुई इजरायली सेना
यह पहली बार नहीं है जब इजरायली सेना ने लेबनान की सीमा में प्रवेश किया है। इससे पहले 2006 में भी इजरायली सेना ने हिजबुल्लाह के खिलाफ बड़ा हमला किया था। उस समय हिजबुल्लाह ने इजरायल पर रॉकेट हमले किए थे और इजरायली सैनिकों को बंधक बना लिया था। इसके बाद इजरायल ने लेबनान पर व्यापक जमीनी और हवाई हमले किए थे। हालांकि, उस संघर्ष के बाद भी हिजबुल्लाह की गतिविधियों में कमी नहीं आई, और अब एक बार फिर इजरायल को लेबनान की सीमा में प्रवेश करना पड़ा है।
जानें, क्या है इस ग्राउंड ऑपरेशन की खास बात
इजरायली सेना का यह ऑपरेशन विशेष रूप से खुफिया जानकारी पर आधारित है। इस बार सेना ने बिना समय बर्बाद किए सीधे जमीन पर हमला किया है। इजरायली सेना ने सोशल मीडिया पर बताया कि इस ऑपरेशन का उद्देश्य हिजबुल्लाह के आतंकवादी ठिकानों और सुरंगों को खत्म करना है। इसके साथ ही इजरायली वायुसेना भी इस ऑपरेशन में शामिल है, जो जमीन पर हो रहे हमलों का समर्थन कर रही है। इस ऑपरेशन से यह साफ हो गया है कि इजरायल ने हिजबुल्लाह के खतरों को लेकर कोई भी नरमी नहीं दिखाई है।
जानें, इस हमले से क्या है इजरायल की रणनीति
इजरायल की यह रणनीति स्पष्ट रूप से हिजबुल्लाह को कमजोर करने और अपनी सीमाओं की सुरक्षा को और मजबूत करने की है। हिजबुल्लाह के प्रमुख हसन नसरल्लाह के मारे जाने के बाद यह ऑपरेशन और भी महत्वपूर्ण हो गया है। इजरायली सेना ने साफ किया है कि इस ऑपरेशन का उद्देश्य केवल हिजबुल्लाह के ठिकानों को नष्ट करना है और इसे सीमित रखा गया है। इसके बावजूद, यह ऑपरेशन हिजबुल्लाह के लिए बड़ा झटका साबित हो सकता है।