Israel-Hamas War: इजराइल और हमास के बीच बीते साल 7 अक्टूबर से जंग जारी है। इस बीच लेबनान से दागी गई एक एंटी-टैंक मिसाइल इजराइल के उत्तरी सीमावर्ती इलाके मार्गालियट के पास एक बगीचे में गिरी। इसकी चपेट में आकर केरल के रहने वाले एक शख्स की मौत हो गई। जबकि अन्य दो घायल हो गए। यह मामला सोमवार सुबह करीब 11 बजे का है। रेस्क्यू सर्विस के प्रवक्ता मैगन डेविड एडोम जकी हेलर ने बताया कि घायलों का इलाज चल रहा है।
घायलों की हालत में सुधार
मिसाइल हमले में मारे गए शख्स का नाम पटनीबिन मैक्सवेल था। वह केरल के कोल्लम के रहने वाला था। शव की शिनाख्त जिव अस्पताल में की गई। अधिकारियों ने बताया कि घायलों में बुश जोसेफ जॉर्ज और पॉल मेल्विन शामिल हैं। चेहरे और शरीर पर चोट लगने के बाद जॉर्ज को पेटा टिकवा के बेलिन्सन अस्पताल ले जाया गया। उनका ऑपरेशन किया गया। उनकी हालत में सुधार हो रहा है और उन्हें निगरानी में रखा गया है। जॉर्ज ने भारत में अपने परिवार से बात की है।
मेल्विन को भी मामूली चोटों के कारण उत्तरी इजराइली शहर सफेद के जिव अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वह केरल के इडुक्की जिले से हैं।
लेबनान से किसने किया हमला?
इजराइली अधिकारियों के मुताबिक यह हमला लेबनान में शिया हिजबुल्लाह गुट द्वारा किया गया था। यह गुट गाजा पट्टी में चल रहे युद्ध के बीच हमास के समर्थन में 8 अक्टूबर से रोजाना उत्तरी इजराइल पर रॉकेट, मिसाइल और ड्रोन लॉन्च कर रहा है।
इजराइल रक्षा बलों (IDF) ने कहा कि उसने लेबनान के लॉन्चिंग पैड पर तोपखाने से गोलाबारी करके जवाब दिया है।
यह भी कहा कि उसने दक्षिणी लेबनान के चिहिने शहर में बने हिजबुल्लाह कैंपस पर हमला किया। इस कैंप में हिजबुल्लाह के कई सदस्य इकट्ठा हुए थे।
#WATCH | At the UNGA briefing on Gaza crisis, Permanent Representative of India to the UN, Ruchira Kamboj says, "As far as India is concerned, we have been deeply troubled by the conflict in Gaza that has been raging for nearly five months now. The humanitarian crisis has… pic.twitter.com/ZGR533YApp
— ANI (@ANI) March 5, 2024
भारत ने यूएन में गाजा संकट पर जताई चिंता
भारत ने गाजा संकट को लेकर संयुक्त राष्ट्र में चिंता जताई है। भारत की स्थाई प्रतिनिधि रुचिरा कंबोज ने कहा कि गाजा में 5 महीने से चल रही जंग से मानवता पर संकट गहरा गया है। इस युद्ध में बड़े पैमाने पर नागरिकों, विशेषकर महिलाओं और बच्चों की जान गई है। यह बिलकुल अस्वीकार्य है। हम सभी बंधकों की तत्काल और बिना शर्त रिहाई की मांग करते हैं।