Iran launches Missile Attacks: ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) ने दावा किया है कि उन्होंने इराकी कुर्दिस्तान की राजधानी अर्बिल में मिसाइल हमला किया। यह हमला इजराइल की जासूसी एजेंसी मोसाद के मुख्यालय को निशाना बनाकर किया गया। स्टेट मीडिया ने सोमवार की रात इसकी जानकारी दी। जिसमें बताया कि क्षेत्र में जासूसी केंद्रों और ईरानी विरोधी ताकतों को खत्म करने के लिए बैलिस्टिक मिसाइलों का इस्तेमाल किया गया। हमले में जासूसी मुख्यालय और कई आतंकी ठिकाने नष्ट हुए हैं। इसके अलावा इस्लामिक स्टेट के ठिकानों को निशाना बनाते हुए सीरिया में भी हमला किया।
इराक की कुर्दिस्तान सुरक्षा परिषद के अनुसार, हमले में चार लोग मारे गए और छह अन्य घायल हो गए। कुर्दिस्तान डेमोक्रेटिक पार्टी ने कहा कि मारे गए कई नागरिकों में प्रमुख व्यवसायी पेश्रा दिजायी भी शामिल थे। जानकारी के अनुसार, एक रॉकेट उनके घर पर गिरा। जिससे उनकी मौत हो गई थी। वह कुर्दिस्तान में रिएल एस्टेट परियोजना से जुड़े थे।
अमेरिका ने हमले पर जताया रोष
संयुक्त राज्य अमेरिका ने हमलों की निंदा की है और हमलों को लापरवाह करार दिया है। अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका एरबिल में ईरान के हमलों की कड़ी निंदा करता है और मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता है। हम ईरान के लापरवाह मिसाइल हमलों का विरोध करते हैं, जो इराक की स्थिरता को कमजोर करते हैं।
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According to the Iraqis the US consulate has suffered significant damage from iran’s ballistic missile strike. High ranking israeli agents were the target. pic.twitter.com/KmoOzGNz0l
— Syrian Girl 🇸🇾 (@Partisangirl) January 15, 2024
तीन जनवरी को विस्फोट में मारे गए 90 लोग
इससे पहले 3 जनवरी को, आत्मघाती हमलावरों ने करमान में आईआरजीसी जनरल कासिम सुलेमानी की कब्र के पास विस्फोट किया था। जिसमें लगभग 90 लोग मारे गए। बाद में हमले की जिम्मेदारी आईएस ने ली थी।
वहीं, दिसंबर में रस्क में एक पुलिस स्टेशन पर हमले में कम से कम 11 ईरानी पुलिस अधिकारी मारे गए थे। जिहादी समूह जैश अल-अदल ने जिम्मेदारी ली थी। इस संगठन को 2012 में बनाया गया था। ईरान ने इसे आतंकवादी समूह के रूप में काली सूची में डाल दिया है।