Israel Airstrikes on Rafah Camp: राजधानी तेल अवीव पर फिलिस्तीनी आतंकवादी समूह हमास के मिसाइल अटैक के बाद इजराइल ने तगड़ा पलटवार किया है। गाजा के रिफ्यूजी कैंप पर हुए हवाई हमले में 35 लोगों की 26 मई, रविवार देर रात मौत हो गई। मृतकों में ज्यादातर बच्चे और महिलाएं हैं। मृतकों में कई जिंदा जल गए जबकि कुछ के सिर धड़ से अलग हो गए। फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय का दावा है कि ये हमला इजराइल ने किया है। हमले में दर्जनों लोगों के घायल होने की खबर है।
CNN के मुताबिक, फिलिस्तीन रेड क्रिसेंट सोसाइटी और गाजा के अधिकारियों ने बताया कि इजराइली कब्जे वाले इन क्षेत्रों को सेना ने सेफ जोन घोषित किया था, लेकिन जब विस्थापितों को यहां रखा गया तो हमला किया गया।
आईडीएफ ने हमले की पुष्टि की, 2 आतंकी मारे
वहीं, इजराइल डिफेंस फोर्स यानी आईडीएफ ने हमले की पुष्टि की है। बताया कि उसने सटीक खुफिया जानकारी के आधार पर राफा में हमास कंपाउंड पर हमला किया। जिसमें कुछ समय पहले हमास के आतंकी काम कर रहे थे। हमले में हमास के दो सीनियर आतंकी यासीन राबिया और खालिद नागर मारे गए हैं। आईडीएफ ने कहा कि हमले के बाद लगी आग में कई नागरिकों को नुकसान पहुंचा है। जिसकी जांच चल रही है।
ISRAEL DID THIS!!!
— Rev Laskaris (@REVMAXXING) May 26, 2024
ISRAEL IS A TERRORIST STATE!!! pic.twitter.com/q83aH9mZwI
हमास की मीडिया ने इसे भयानक नरसंहार कहा
गाजा में हमास द्वारा संचालित सरकारी मीडिया कार्यालय ने कहा कि हमले ने राफा के पास फिलिस्तीनी शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र एजेंसी द्वारा संचालित एक केंद्र को निशाना बनाया। इसे भयानक नरसंहार कहा। इस कैंप में करीब एक लाख विस्थापित लोग रहते हैं। हमास ने कहा कि फिलिस्तीनियों को राफा में इजरायली सेना के नरसंहार के खिलाफ उठना और मार्च करना चाहिए।
लोग जिंदा जल गए, अचानक हुआ हमला
हमले में जीवित बचे एक शख्स ने अल जजीरा को बताया कि जब कैंप पर हमला हुआ तो वह टहलते हुए मोबाइल फोन को देख रहा था। उसने कहा- मुझे एहसास ही नहीं हुआ कि क्या हुआ था। मेरी मां मेरे साथ थीं और मेरा भाई कैंप में घायल हो गया। मैं जमीन पर गिर गया और देखा कि मेरा पैर फट गया है। एक अन्य जीवित बचे व्यक्ति ने कहा कि हवाई हमले ने पूरे ब्लॉक को जला दिया। लोग जिंदा जल गए।
इससे पहले हमास ने इजराइल पर दागीं 8 मिसाइलें
26 मई, रविवार को हमास की अल कासिम ब्रिगेड ने इजराइल की राजधानी तेल अवीव में बड़ा मिसाइल हमला किया था। ब्रिगेड ने कहा था कि यह इजराइली नरसंहार के जवाब में ये कार्रवाई हुई। बाद में इजराइल ने भी माना कि राफा से 8 रॉकेट दागे गए थे। यह जनवरी के बाद से इजराइल पर हमास का पहला बड़ा हमला था। रॉकेट हमले गाजा पट्टी से किए गए थे। इजरायली सेना के प्रवक्ता रियर एडमिरल डेनियल हगारी ने कहा कि हमास ने राफा में दो मस्जिदों के पास रॉकेट दागे। उन्होंने कहा कि हमास ने राफा में हमारे लोगों को बंधक बनाकर रखा है। यही वजह है कि हम वहां एक सटीक ऑपरेशन चला रहे हैं।
🔴Eliminated in the precise airstrike in northwest Rafah: Hamas Chief of Staff in Judea and Samaria and an additional senior Hamas official.
— Israel Defense Forces (@IDF) May 26, 2024
Terrorist #1: Yassin Rabia
Rabia managed the entirety of Hamas' terrorist activity in Judea and Samaria, transferred funds to terrorist… https://t.co/iaGrw8WJ4f
नेतन्याहू ने हमास को खत्म करने की कसम खाई
इजराइल के प्रधान मंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने युद्ध विराम और बंधक-मुक्ति समझौते के लिए गहन कूटनीति के बीच वॉर कैबिनेट की बैठक से पहले आक्रामक कदम उठाने की कसम खाई है। यही वजह है कि संयुक्त राष्ट्र की शीर्ष अदालत द्वारा शुक्रवार, 24 मई को शहर पर हमला बंद करने के आदेश के बावजूद इजराइल ने गाजा पट्टी के दक्षिणी हिस्से में अभियान जारी रखा। इजरायली सरकार का कहना है कि वह राफा में छिपे हमास के लड़ाकों को जड़ से उखाड़ फेंकना चाहती है और इस क्षेत्र में बंधक बनाए गए बंधकों को छुड़ाना चाहती है। लेकिन उसके हमले से नागरिकों की स्थिति खराब हो गई है और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आक्रोश फैल गया है।
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार इजरायल के हमले में लगभग 36,000 फिलिस्तीनी मारे गए हैं। 7 अक्टूबर, 2023 को सबसे पहले हमास ने इजराइल पर हमला किया था, जिसमें 1200 लोग मारे गए थे। जबकि हमास ने 250 से अधिक लोगों को बंधक बना लिया था। तब से दोनों देशों के बीच जंग चल रही है।