Japanese Man Sleeps 30 Minutes: नींद सेहत के लिए बेहद जरूरी है। एक इंसान दिन में कम से 7 से 9 घंटे की नींद लेता ही है। हालांकि,एक जापानी शख्स अपनी नींद महज कुछ मिनटों में पूरा कर लेता है। जापान के बिजनेसमैन डाइसुके हॉरी का दावा है कि उसने पिछले 12 साल में हर दिन केवल 30 मिनट की नींद ली है। डाइसुके का कहना है कि इतनी कम नींद लेकर उन्हें अपने काम को बेहतर बनाने में मदद मिली है। हॉरी के मुताबिक, नींद के इस सीक्रेट की वजह से उनकी लाइफ बहुत बदल गई है।
संगीत और पेंटिंग के भी शौकीन हैं डाइसुके हॉरी
डाइसुके हॉरी,संगीत, पेंटिंग और मैकेनिकल डिजाइन के शौकीन हैं। डाइसुके ने 12 साल पहले अपनी नींद को कम करने का फैसला किया। डाइसुके चाहते थे कि वह दूसरी गतिविधियों के लिए ज्यादा समय निकाल सकें। इसके लिए डाइसकुे ने धीरे-धीरे अपनी नींद को घटाकर 30 से 45 मिनट तक सीमित कर दिया। डाइसुके अब दूसरे लोगों को भी कम से समय में नींद पूरी करने की ट्रेनिंग दे रहे हैं।
रियलिटी शो में किया नींद कम लेने का खुलासा
जापान के यॉमिउरी टीवी के रियलिटी शो 'विल यू गो विद मी?' में हॉरी के नींद के दावे की पड़ताल की गई। इस शो में हॉरी ने सिर्फ 26 मिनट की नींद ली और उसके बाद भी ऊर्जा से भरे हुए दिखाई दिए। उन्होंने जिम में कसरत की और अपनी दिनचर्या काफी आसानी से पूरी की। हॉरी का मानना है कि जो लोग अपने काम में ध्यान केंद्रित रखना चाहते हैं, उनके लिए हाई क्वालिटी नींद बेहद अहम है। उनका कहना है कि डॉक्टरों और फायरफाइटर्स जैसे प्रोफेशन से जुड़े लोग भी बेहद कम साेते हैं, इसके पीछे भी यही टेक्नीक काम करती है। हॉरी का यह तर्क न केवल जापान में, बल्कि पूरी दुनिया में चर्चा का विषय बन गया है।
दो हजार से ज्यादा स्टूडेंट को बनाया शॉर्ट स्लीपर
हॉरी का दावा है कि उन्होंने 2,100 से अधिक छात्रों को ‘अल्ट्रा-शॉर्ट स्लीपर’ बनने की ट्रेनिंग दी है। एक स्टूडेंट ने बताया कि हॉरी की ट्रेनिंग के बाद वह अपनी 8 घंटे की नींद को घटाकर 90 मिनट करने में सफल रही है। इसी तरह कई स्टूडेंट्स ने भी यह माना है कि उसने हॉरी की तकनीक से अपनी नींद लेने का समय काफी हद तक कम किया है। हॉरी की तकनीक ने कई लोगों की जीवन में बदलाव लाया है।
वैज्ञानिक हॉरी के दावे को नहीं मानते हैं सही
हालांकि हॉरी के दावे ने लोगों का ध्यान खींचा है, लेकिन वैज्ञानिक दृष्टिकोण से इसे अभी भी विवादित माना जा रहा है। नींद विशेषज्ञों का कहना है कि इतनी कम नींद लंबे समय तक मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकती है। फिर भी, हॉरी का अनुभव उन लोगों के लिए प्रेरणास्रोत बना हुआ है, जो अपनी उत्पादकता बढ़ाने के नए तरीकों की तलाश में हैं।