PM Modi met Palestinian President: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को न्यूयॉर्क में फिलिस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास से मुलाकात की। यह बैठक ऐसे समय में हुई जब इजरायल और हमास के बीच गाजा में संघर्ष जारी है। पीएम मोदी ने गाजा की मानवीय स्थिति पर गंभीर चिंता जताई और इस संकट का समाधान निकालने के लिए संघर्ष विराम और शांति वार्ता का प्रस्ताव रखा। उन्होंने कहा कि भारत हमेशा से फिलिस्तीनी जनता के साथ खड़ा रहा है और भविष्य में भी उनके समर्थन में रहेगा।
टू नेशन थ्योरी से स्थायी शांति की दिशा में बढ़े कदम
प्रधानमंत्री मोदी ने गाजा संकट का समाधान निकालने के लिए टू नेशन थ्योरी से समाधान ढूंढ़ने की जरूरत पर जोर दिया। पीएम मोदी ने कहा कि इस विवाद का स्थायी समाधान तभी निकलेगा जब इजरायल और फिलिस्तीन दोनों को समान अधिकार मिलेंगे। पीएम मोदी ने इसे ही क्षेत्र में शांति और स्थिरता का एकमात्र रास्ता बताया। इस दौरान उन्होंने भारत की स्थायी नीति का भी जिक्र किया। पीएम मोदी ने कहा कि भारत इजरायल और फिलिस्तीन के बीच शांति और सहयोग को बढ़ावा देगा।
#WATCH | Prime Minister Narendra Modi holds a bilateral meeting with Palestinian President Mahmoud Abbas at Lotte New York Palace Hotel in New York, US
— ANI (@ANI) September 22, 2024
(Source: ANI/DD News) pic.twitter.com/6exm1I3BVC
भारत-फिलिस्तीन के रिश्तों पर हुई चर्चा
बैठक के दौरान दोनों नेताओं ने भारत और फिलिस्तीन के बीच द्विपक्षीय संबंधों पर भी चर्चा की। पीएम मोदी ने शिक्षा, स्वास्थ्य और अन्य क्षेत्रों में भारत द्वारा प्रदान किए जा रहे समर्थन का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि भारत फिलिस्तीनी जनता की हरसंभव मदद के लिए प्रतिबद्ध है। दोनों नेताओं ने भविष्य में सहयोग को और मजबूत करने के लिए विचार-विमर्श किया।
मानवीय सहायता के लिए भारत ने भेजी मदद
पीएम मोदी ने गाजा में संकट के दौरान भारत की मानवीय मदद का भी जिक्र किया। भारत ने हाल ही में गाजा के लोगों के लिए आवश्यक सहायता भेजी है, जिसमें चिकित्सा उपकरण और खाद्य सामग्री शामिल हैं। इसके अलावा, प्रधानमंत्री ने संयुक्त राष्ट्र राहत एजेंसी (UNRWA) के लिए भारत द्वारा प्रदान की गई वित्तीय सहायता का भी उल्लेख किया।
इजरायल-फिलिस्तीन विवाद पर भारत का रुख
भारत ने हमेशा इजरायल और फिलिस्तीन के बीच शांति वार्ता और सहमति पर जोर दिया है। प्रधानमंत्री मोदी ने साफ तौर पर कहा कि भारत इस मुद्दे पर तटस्थ रहकर, दोनों पक्षों के साथ सहयोग बढ़ाने पर ध्यान देता है। उन्होंने कहा कि भारत शांति और स्थिरता के लिए प्रतिबद्ध है और किसी भी प्रकार के आतंकवाद का विरोध करता है।
प्रधानमंत्री ने गाजा संकट को वैश्विक मंचों पर उठाया
पीएम मोदी ने अपनी इस मुलाकात के दौरान गाजा संकट को लेकर वैश्विक मंच पर अपनी उपस्थिति मजबूत की है। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र में भी इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया है और अन्य देशों से भी शांति वार्ता का समर्थन करने का आग्रह किया है। उन्होंने कहा कि भारत हमेशा से शांति और विकास का समर्थक रहा है और इस दिशा में हरसंभव प्रयास करेगा।