PM Modi Qatar Visit:प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गुरुवार को कतर पहुंचे। प्रधानमंत्री अगले दो दिनों तक कतर में रहेंगै। इस दौरान कतर और भारत के रिश्तों को मजबूती देने के विभिन्न मुद्दों पर चर्चा होगी। दोहा एयरपोर्ट पर कतर के विदेश राज्य मंत्री राज्य मंत्री सुल्तान बिन साद अल-मुरैखी ने पीएम मोदी की अगवानी की। प्रधानमंत्री ने कतर के अपने समकक्ष शेख मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल थानी से मुलाकात की। दोनों के बीच ट्रेड, निवेश, ऊर्जा और फाइनेंस जैसे अहम मुद्दों पर चर्चा हुई।
भारतीयों ने किया गर्मजोशी से स्वागत
दोहा एयरपोर्ट से निकलते ही प्रधानमंत्री का वहां मौजूद भारतीयों ने स्वागत किया। पीएम मोदी ने भारतीय लोगों का अभिभावदन स्वीकार किया। उनसे हाथ मिलाया और कतर के मंत्रियों से मिलने के लिए रवाना होगा। पीएम मोदी ने X पर एक पोस्ट कर इसकी जानकारी दी। इससे पहले कतर रवाना होने से पहले भी उन्होंने पोस्ट किया और कतर के दौरे पर सकारात्मक बातचीत होने की उम्मीद जाहिर की।
Had a wonderful meeting with PM @MBA_AlThani_. Our discussions revolved around ways to boost India-Qatar friendship. pic.twitter.com/5PMlbr8nBQ
— Narendra Modi (@narendramodi) February 14, 2024
भारतीयों की रिहाई के बाद पहली बार पहुंचे कतर
कतर ने हाल ही में भारत के आठ पूर्व नौसैनिकों को रिहा किया है। यह सभी पूर्व नौसेना अधिकारी बीते 16 महीने से कतर की जेल में बंद थे। इन पूर्व नेवी ऑफिशिल्स को एक निजी कंपनी ने हायर किया था। सभी पूर्व अफसरों को कथित तौर पर जासूसी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। इन्हें कतर की अदालत ने फांसी की सजा सुनाई थी। हालांकि, भारत सरकार की कोशिशों के कारण इन अफसरों की सजा पहले उम्र कैद में बदल दी गई। बाद में कतर के अमीर के दखल देने के बाद सभी पूर्व अफसरों को रिहा कर दिया गया।
An exceptional welcome in Doha! Grateful to the Indian diaspora. pic.twitter.com/malGuS3jFW
— Narendra Modi (@narendramodi) February 14, 2024
2016 में भी पहुंचे थे कतर
पीएम मोदी ने 2016 में भी कतर का दौरा किया था। साल 2015 में कतर के अमीर भारत के दौरे पर आए थे। साल 2023 में भारत और कतर के बीच डिप्लोमेटिक रिलेशन के 50 साल पूरे हुए हैं। प्रधानमंत्री कतर के अपने मौजूदा दौरे पर वहां के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल थानी से भी मिलेंगे।दोनों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के साथ ही क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर चर्चा होगी।