Donald Trump Conviction: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को अपनी गवाही से हश मनी केस के 34 मामलों में दोषी साबित कराने वाली अडल्ट स्टार स्टॉर्मी डेनियल्स ने अपनी चुप्पी तोड़ी है। स्टॉर्मी ने ट्रंप पर गुस्सा जाहिर करते हुए कहा कि उनको जेल भेजना चाहिए। ट्रंप को ऐसी सजा मिलनी चाहिए, जिसे वह जिंदगीभर याद रखे। उन्हें गरीबों और महिलाओं के शेल्टर होम में एक पंचिंग बैग की तरह इस्तेमाल किया जाना चाहिए।
स्टॉर्मी की गवाही से ट्रंप दोषी करार
डोनाल्ड ट्रंप हश मनी केस में 30 मई को दोषी करार दिया गया है। स्टॉर्मी डेनियल्स ने 7 मई को इस केस में ट्रंप के खिलाफ गवाही दी थी और बताया था कि कैसे 2006 में एक होटल के कमरे में ट्रंप ने उनको बुलाया और उनके साथ संबंध बनाए थे। उनकी गवाही ट्रंप को दोषी साबित करने में अहम भूमिका निभाई। हालांकि स्टॉर्मी ट्रंप समर्थकों की तरह से मिल रही धमकियों से चिंतित हैं।
कोर्ट में होना बहुत ही डरावना
स्टॉर्मी ने कहा कि कोर्ट में जब वह गवाही के लिए गई थीं तो बहुत डरी हुई थीं। उन्होंने उस पल को याद करते हुए कहा कि कोर्ट में होना बहुत ही डरावना था, क्योंकि जूरी के सदस्य मेरी तरफ देख रहे थे, लेकिन मुझे खुशी है कि कोर्ट में सभी बातें सामने आईं और जो साबित करना चाहती थी, वो अब सबके सामने है।
स्टॉर्मी ने कहा कि जब मैं गवाही देने के लिए अदालत पहुंची थी तो डोनाल्ड ट्रंप महज 10 फीट की दूरी पर बैठे थे। यह 2007 में लॉस एंजिल्स के बाद दूसरी मुलाकात थी।
वकील के जरिए किया भुगतान
अदालत में प्रोसिक्यूटर ने दावा किया था कि 2016 के राष्ट्रपति चुनाव से एक महीने पहले ट्रंप ने अपने वकील माइकल कोहेन के जरिए स्टॉर्मी डेनियल्स को 130,000 डॉलर (£102,000) का भुगतान किया था। यह भुगतान स्टॉर्मी को चुप रहने के लिए दिया गया था। हालांकि ट्रंप ने इन आरोपों से कोर्ट में इंकार किया। लेकिन अदालत ने सबूतों के आधार पर उन्हें दोषी करार दिया।
क्या जेल जाएंगे डोनाल्ड ट्रंप?
5 नवंबर को अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव होंगे। डोनाल्ड ट्रंप 15 जुलाई को शुरू हो रहे रिपब्लिकन पार्टी के नेशनल कन्वेंशन में औपचारिक रूप से राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार घोषित होंगे। इससे पहले 11 जुलाई हश मनी केस में मैनहेट्टन की अदालत का फैसला आएगा। कानूनविदों का दावा है कि जिन 34 मामलों में ट्रंप को दोषी ठहराया गया है, उनमें जेल जाने की संभावना कम है। ट्रंप अदालत के फैसले के खिलाफ आगे अपील करेंगे। यदि वहां भी फैसला बरकरार रहता है तो उन पर जुर्माना आदि लगाए जाने की संभावना अधिक है। यदि जेल भी हो जाए तो उनकी उम्मीदवारी पर असर नहीं पड़ेगा। वे जेल से ही राष्ट्रपति चुनाव लड़ सकते हैं।